बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पलायन का मामला दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है. कई मजदूर रोजगार की तलाश में बस्तर से दक्षिण भारत की ओर पैसों की लालच में रूख कर रहे हैं. बस्तर के पलायन मजदूरों को दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों में बंधक बनाए जाने की खबरें हमेशा सामने आती रहती है. एक बार फिर पलायन कर दूसरे राज्य गए मजदूरों को कर्नाटक में बंधक बनाया गया. बंधक बने 13 मजदूरों को बस्तर जिला प्रशासन ने सकुशल वापस लाया है. सभी मजदूर बस्तर जिले के कोलेंग और मुण्डागढ़ के रहने वाले बताए जा रहे हैं. वहीं, 5 मजदूर अभी भी तेलंगाना में फंसे हुए हैं.
मजदूरों ने बताई आपबीती: ईटीवी भारत ने वापस घर आए मजदूरों से बातचीत की. बातचीत के दौरान मजदूर समरू मरकाम ने बताया कि, "पैसों के लालच में आकर मजदूरी करने सुकमा होते हुए हम कर्नाटक के चित्रदुर्गा पहुंचे थे. यहां हम 5 मजदूर टेंट का काम कर रहे थे. वहीं, 8 मजदूर सुपारी के बगीचे में काम कर रहे थे. सभी को 3-4 महीने का वेतन नहीं दिया गया था. साथ ही वापस घर आने के लिए रोका जा रहा था. इस कारण हम सभी फंसे हुए थे. प्रशासन की मदद से हम वापस आए हैं. अब फिर हम वहां नहीं जाएंगे." वहीं, मजदूर धनीराम कुड़ियामी ने बताया कि, "हमें यहां आने नहीं दिया जा रहा था. पिछले 2-3 माह से वेतन भी नहीं मिल रहा था. पुलिस प्रशासन की दखल के बाद हमें पूरी मजदूरी मिल गई है. वहां हमारे साथ मारपीट नहीं किया गया, लेकिन तेलंगाना में अन्य साथी काम कर रहे थे, उनके साथ मारपीट की जा रही है. अब हम दोबारा वहां नहीं जाएंगे."
कलेक्टर की अपील: बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के ने बताया "रोजगार की तलाश में कर्नाटक पहुंच कर मजदूर फंसे हुए थे. जानकारी मिलने के बाद टीम गठित कर कर्नाटक रवाना किया गया. वहां स्थानीय प्रशासन की मदद से फंसे मजदूरों को वापस सकुशल लाया गया. साथ ही कर्नाटक की शासकीय दर 14 हजार 100 प्रतिमाह की दर से 13 मजदूरों को 5 लाख 93 हजार 500 रुपये ठेकेदार से भुगतान कराया गया."
सभी से अपील की गई बस्तर में पर्याप्त रोजगार के योजनाएं हैं, जिसका सभी लाभ लें. यदि अन्य राज्यों में जाते हैं तो ग्राम पंचायत के पंजीयन पंजी में जानकारी दी जाए. ताकि कौन कहां जा रहे हैं. इसकी पूरी जानकारी प्रशासन को रहे. इसके अलावा अभी भी 5 मजदूरों के तेलंगाना में फंसे हुए हैं. उन्हें भी जल्द सुरक्षित छुड़ा लिया जाएगा. -विजय दयाराम के, कलेक्टर बस्तर
बता दें कि ये बंधक मजदूर पैसों के लिए रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य गए थे. वे वापस किसी भी राज्य में न जाने की बात कह रहे हैं. वहीं, इस पूरे मामले में बस्तर कलेक्टर ने अन्य मजदूर जो तेलंगाना में फंसे हुए हैं, उन्हें वापस लाने का आश्वासन दिया है.