लखनऊ: उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित होने वाले परिषदीय विद्यालयों में भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रमुख पर्वों के अवकाश रद्द करने से नाराज शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखकर सभी छुट्टियों को बहाल करने की मांग की है. प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि भारतीय संस्कृति में पर्वों का महत्व विशेष है, जिन्हें सभी शिक्षक और विद्यार्थी अपने-अपने घरों में मनाते हैं.
कुछ अधिकारियों ने पर्वों का महत्व जाने बिना ही कई पर्वो के अवकाश को रद्द कर दिया है. जिसके कारण समाज में सरकार की इमेज सनातन विरोधी बनती जा रही है. ज्ञात हो कि बेसिक शिक्षा परिषद की 2025 की अवकाश तालिका में मौनी अमावस्या, भैयादूज, जमात उल विदा (अलविदा), नाग पंचमी, अनंत चतुर्दशी, पितृ विसर्जन, नवरात्रि पहले दिन की छुट्टी पूर्व में होती थी. उन्हें इस साल 2025 की छुट्टी में शामिल नहीं किया गया है.
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पूर्व की सरकारों में इन पर्वों पर अवकाश घोषित होते थे. लेकिन अब योगी सरकार के बनने के बाद अधिकारियों ने बिना पर्व का महत्व समझे अवकाश को रद्द कर दिया है. जबकि पूर्व की सरकारों में यह छुट्टियां होती थी. उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए कि हिंदू धर्म से संबंधित इन बड़े पर्वों के अवकाश को किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर के तो समाप्त नहीं किया गया है.
साथ ही उन अधिकारियों की पृष्ठभूमि की भी जांच की जानी चाहिए. जिन्होंने इन महत्वपूर्ण पर्वों के अवकाश को समाप्त किया है. कहीं इन अधिकारियों की मनसा सरकार की छवि खराब करना तो नहीं है. उन्होंने मांग की की बेसिक शिक्षा परिषद की 2025 की अवकाश तालिका में इन प्रमुख पर अवकाश घोषित किया जाए.
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