बड़वानी: मध्य प्रदेश के बड़वानी में नर्मदा नदी का बैकवाटर कम होने लगा है. पुराने फिल्टर प्लांट के आगे पहले रपटा से पानी नीचे उतर गया है. बरसात के मौसम में बैकवाटर बढ़ने की वजह से पूरा एरिया जलमग्न हो गया था. अब पांच माह बाद रपटा खुल गया है. हालांकि इस दौरान सुरक्षा इंतजाम नहीं होने से हादसे की आशंका बढ़ गई है. बता दें कि रपटा के दोनों ओर नाला है. गत दिनों सोमवती अमावस्या पर रपटा के पास नहाते हुए एक 8 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई थी.
एक बच्चे की डूबने से हो चुकी है मौत
नर्मदा नदी का बैकवाटर में पानी कम होने से प्रतिदिन श्रद्धालु यहां स्नान-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं. श्रद्धालु स्नान करने के लिए गहरे पानी में चले जाते हैं. पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से हादसे का खतरा बना रहता है. नव वर्ष के दिन जरूर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम कुछ घंटों के लिए मौजूद थी, लेकिन इसके बाद से कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है.
वहां नाव चलाने वाले नाविक अनिल वर्मा ने कहा "इस समय लोग यहां स्नान-पूजन करने आ रहे हैं, लेकिन यहां सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है. कुछ दिनों पहले एक बच्चे की डूबने से मौत भी हो चुकी है."
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नर्मदा जयंती तक सड़क मार्ग खुलने की उम्मीद
बता दें कि राजघाट के किनारे नर्मदा बैकवाटर का हाई लेवल स्तर 138.60 मीटर है. इससे कुकरा राजघाट के गांव जलमग्न हो जाते हैं और पुराने फिल्टर प्लांट के पास तक पानी का फैलाव होता है. डूब के कई वर्ष बाद भी अब तक नया घाट निर्माण नहीं होने से लोग किनारों पर ही स्नान-पूजन करते हैं. ऐसे में अंदाजा नहीं होने से गहरे पानी में भी चले जाते है. फिलहाल बैकवाटर में हो रही कमी से पहले रपटा से पानी उतर गया. अगले माह 4 फरवरी को नर्मदा जयंती कार्यक्रम के दौरान राजघाट तक सड़क मार्ग खुलने की उम्मीद है.