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बरतुंगा सती मंदिर का धार्मिक विधि से होगा विस्थापन, जानिए क्यों लेना पड़ा फैसला ?

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 19, 2024, 12:37 PM IST

Updated : Feb 19, 2024, 7:56 PM IST

Bartunga Sati Temple चिरमिरी के बरतुंगा कॉलरी सती मंदिर को 21 फरवरी के दिन विस्थापित किया जाएगा.इस मंदिर को हाईकोर्ट के निर्देश के बाद धार्मिक विधि विधान से विस्थापित किया जा रहा है.

Bartunga Sati Temple
बरतुंगा सती मंदिर का धार्मिक विधि से होगा विस्थापन
बरतुंगा सती मंदिर का धार्मिक विधि से होगा विस्थापन

मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : चिरमिरी एसईसीएल की लीज एरिया में आ रहे बरतुंगा सती मंदिर के विस्थापन को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. बरतुंगा सती मंदिर को विधि विधान और ससम्मान धार्मिक विधि से विस्थापित किया जाएगा.इस बारे में चिरमिरी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदार ने जानकारी दी है.

हाईकोर्ट के निर्देशों का होगा पालन : इस संबंध में तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा और एसडीएम जीएस मरकाम ने बताया कि एसईसीएल और सती मंदिर विवाद मामले में हाईकोर्ट छत्तीसगढ़ ने निर्देश जारी किए थे. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में चिरमिरी खुली खदान खनन लीज क्षेत्र के अंदर आ रहे मंदिर को विस्थापित किया जाएगा. बरतुंगा चिरमिरी सती मंदिर की शिल्पकृतियां, स्मारकों और मंदिर को डीएवी शिव मंदिर के पास विस्थापन होगा. 21 फरवरी दिन मंगलवार का दिन इसके लिए निर्धारित किया गया है.

''विस्थापन का काम संचालनालय पुरातत्व छत्तीसगढ़ में नामित अधिकारियों की उपस्थिति में होगा.जिसमें विभाग सभी गाइडलाइन का पालन करेगा.इसके लिए स्थानीय लोगों की उपस्थिति में धार्मिक विधियों का पालन किया जाएगा. '' शशि शेखर मिश्रा, तहसीलदार

आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने 21 फरवरी को सती मंदिर को विस्थापित करने का फैसला किया है. हाईकोर्ट के आदेश में सती मंदिर की स्थापना लीज एरिया से हटाकर कहीं और करना है. ताकि पुरातात्विक धरोहर सुरक्षित हो सके.

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हाईकोर्ट के निर्देशों का होगा पालन : इस संबंध में तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा और एसडीएम जीएस मरकाम ने बताया कि एसईसीएल और सती मंदिर विवाद मामले में हाईकोर्ट छत्तीसगढ़ ने निर्देश जारी किए थे. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में चिरमिरी खुली खदान खनन लीज क्षेत्र के अंदर आ रहे मंदिर को विस्थापित किया जाएगा. बरतुंगा चिरमिरी सती मंदिर की शिल्पकृतियां, स्मारकों और मंदिर को डीएवी शिव मंदिर के पास विस्थापन होगा. 21 फरवरी दिन मंगलवार का दिन इसके लिए निर्धारित किया गया है.

''विस्थापन का काम संचालनालय पुरातत्व छत्तीसगढ़ में नामित अधिकारियों की उपस्थिति में होगा.जिसमें विभाग सभी गाइडलाइन का पालन करेगा.इसके लिए स्थानीय लोगों की उपस्थिति में धार्मिक विधियों का पालन किया जाएगा. '' शशि शेखर मिश्रा, तहसीलदार

आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने 21 फरवरी को सती मंदिर को विस्थापित करने का फैसला किया है. हाईकोर्ट के आदेश में सती मंदिर की स्थापना लीज एरिया से हटाकर कहीं और करना है. ताकि पुरातात्विक धरोहर सुरक्षित हो सके.

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Last Updated : Feb 19, 2024, 7:56 PM IST
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