बाड़मेर. 2 दिन पहले बाड़मेर के पीजी कॉलेज के छात्रों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. बाड़मेर निर्दलीय विधायक प्रियंका चौधरी ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस पूरे घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और साथ ही कहा कि वह इस मामले में छात्रों के साथ हैं. दूसरी ओर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने मंगलवार को जिला पुलिस अधिक के कार्यालय पहुंच कर एसपी से मुलाकात की.
स्टूडेंट्स के साथ अन्याय हुआ : पीजी कॉलेज के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान हुए घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रियंका चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपनी मांगों को लेकर पीजी कॉलेज के छात्र शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे. लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि छात्र शांतिपूर्ण तरीके से बैठे थे और पुलिस ने जो बर्ताव और लाठीचार्ज किया वो सरासर गलत है. ये उन स्टूडेंट्स के साथ अन्याय है. विधायक ने कहा कि पुलिस की जिम्मेदारी बनती थी कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों से किसी बड़े अधिकारी से वार्तालाप करवाते तो ऐसी नौबत नहीं आती. उन्होंने कहा कि कॉलेज के छात्रों ने इससे पहले भी कई बार धरना प्रदर्शन किए हैं और उग्र किए हैं. यहां तक कि टायर जलाकर और रास्ता जाम करके किया है, लेकिन कभी उन पर लाठीचार्ज नहीं हुआ.
कलेक्टर-एसपी मामले की जांच करवाएं : विधायक ने कहा कि कॉलेज के छात्र शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, फिर ऐसी क्या परिस्थिति आ गई थी कि लाठीचार्ज और यहां तक कि आंसू गैस के गोले तक दागे गए. विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब एक पुलिस अधिकारी की लापरवाही की वजह से हुआ है. छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है, उन पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. विधायक ने कहा कि छात्रों के साथ हूं. कलेक्टर और एसपी से इस मामले को लेकर बात करके कहा कि इस मामले की जांच करवाएं और जो पढ़ने वाले छात्रों पर एफआईआर दर्ज हुई है वो गलत है.
कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच का मामला : विधायक प्रियंका चौधरी ने कहा कि यह पूरा मामला कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच का था. इसमें कोई किसी का नाम जोड़ रहा है तो कोई किसी और का नाम. बेवजह राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो समस्या थी, कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच की थी जो आज की नहीं बल्कि बहुत समय से है. विधायक ने कहा कि उनका नाम भी इसमें जोड़ो जा रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि ये सिर्फ और सिर्फ कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच का मुद्दा था, जिसे राजनीतिक रूप दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि सरकार, प्रशासन और पुलिस को उन छात्रों के भविष्य की तरफ देखना चाहिए.
पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद मिले एसपी से : इधर मंगलवार शाम को पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के नेता हेमाराम चौधरी और बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. पीजी कॉलेज के मामले को लेकर एसपी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने मीडिया से बात नहीं की लेकिन चलते-चलते इतना जरूर कहा कि न्याय मिलना चाहिए, ये एसपी से कहा है. इस दौरान पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि छात्रों के साथ ज्यादती हुई है.
गौर है कि दो दिन पहले राजकीय पीजी महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान कुछ स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के मुख्य गेट के आगे धरने पर बैठ गए. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. देखते ही देखते जबरदस्त तरीके से बवाल खड़ा हो गया और पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े. इस दौरान युवक के सिर पर चोट आई, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर उसका इलाज चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने 18 छात्र नेताओं और छात्रों पर नामजद मुकदमा और 80-100 के खिलाफ मामला दर्ज किया है.