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बाड़ी पुलिस ने दोना पत्तल फैक्ट्री से 7 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त, संचालक के खिलाफ मामला दर्ज - police freed 7 child laborers - POLICE FREED 7 CHILD LABORERS

Police freed 7 child laborers, धौलपुर की बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने क्षेत्र की एक दोना पत्तल फैक्ट्री से सात बाल श्रमिकों को मुक्त कराया. साथ ही फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है.

Police freed 7 child laborers
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 30, 2024, 10:24 PM IST

धौलपुर. जिले की बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने शुक्रवार को थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली एक दोना पत्तल फैक्ट्री से सात बाल श्रमिकों को मुक्त कराया. साथ ही फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है. बाड़ी कोतवाली के एसएचओ शिवलहरी मीणा ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक रेंज भरतपुर व पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के निर्देश पर जिले में वांछित अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत शुक्रवार को बाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एडीएफ कमल किशोर जांगिड और वृताधिकारी बाड़ी नरेंद्र कुमार के सुपरविजन में बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.

उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बाड़ी के अलीगढ़ रोड स्थित राजेंद्र गोस्वामी की दोना पत्तल फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई की. साथ ही मौके से सात बाल श्रमिकों को दस्तयाब किया गया. वहीं, फैक्ट्री संचालक राजेंद्र पुत्र द्वारिका प्रसाद गोस्वामी निवासी अलीगढ़ रोड बाड़ी के खिलाफ थाना हाजा में मुकदमा दर्ज कर किया गया है. आरोपी फैक्ट्री संचालक के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम 1986 व 374 आईपीसी में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें - चाइल्ड हेल्प लाइन टीम की कार्रवाई, बोगस ग्राहक बन किया स्टिंग ऑपरेशन, होटल से बाल श्रमिक को किया रेस्क्यू

गौर हो कि यूपी और बिहार के बाद राजस्थान बाल श्रम के मामले में तीसरे स्थान पर है. राज्य में सबसे अधिक राजधनी जयपुर और उसके बाद कोटा, उदयपुर में सर्वाधिक बाल मजदूर हैं. बाल श्रम बढ़ने के पीछे गरीबी सबसे बड़ी वजह है. कई बार पुलिस बाल श्रमिकों को रेस्क्यू कर उनके अभिभावकों को सौंप देती है, लेकिन गरीबी के चलते उनके परिजन फिर से उन्हें मजदूरी के लिए भेज देते हैं.

धौलपुर. जिले की बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने शुक्रवार को थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली एक दोना पत्तल फैक्ट्री से सात बाल श्रमिकों को मुक्त कराया. साथ ही फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है. बाड़ी कोतवाली के एसएचओ शिवलहरी मीणा ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक रेंज भरतपुर व पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के निर्देश पर जिले में वांछित अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत शुक्रवार को बाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एडीएफ कमल किशोर जांगिड और वृताधिकारी बाड़ी नरेंद्र कुमार के सुपरविजन में बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.

उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बाड़ी के अलीगढ़ रोड स्थित राजेंद्र गोस्वामी की दोना पत्तल फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई की. साथ ही मौके से सात बाल श्रमिकों को दस्तयाब किया गया. वहीं, फैक्ट्री संचालक राजेंद्र पुत्र द्वारिका प्रसाद गोस्वामी निवासी अलीगढ़ रोड बाड़ी के खिलाफ थाना हाजा में मुकदमा दर्ज कर किया गया है. आरोपी फैक्ट्री संचालक के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम 1986 व 374 आईपीसी में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.

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गौर हो कि यूपी और बिहार के बाद राजस्थान बाल श्रम के मामले में तीसरे स्थान पर है. राज्य में सबसे अधिक राजधनी जयपुर और उसके बाद कोटा, उदयपुर में सर्वाधिक बाल मजदूर हैं. बाल श्रम बढ़ने के पीछे गरीबी सबसे बड़ी वजह है. कई बार पुलिस बाल श्रमिकों को रेस्क्यू कर उनके अभिभावकों को सौंप देती है, लेकिन गरीबी के चलते उनके परिजन फिर से उन्हें मजदूरी के लिए भेज देते हैं.

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