बरेली: जिले के मीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है. उमेश नाम के एक व्यक्ति ने स्वास्थ्य अधिकारियों पर आरोप लगाया है, कि उनकी पत्नी अनीता की डिलीवरी के लिए अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे 5000 रुपये की रिश्वत ली. उमेश का कहना है, कि पहले उनसे इलाज शुरू करने के लिए 10 हजार की मांग की गई थी और रिश्वत देने से पहले उनकी पत्नी को भर्ती करने से इनकार कर दिया गया था.
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इस घटना के बाद, मीरगंज के बीजेपी नेता और जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी भी उमेश के समर्थन में सामने आए हैं. निरंजन यदुवंशी आज सुबह 8 बजे से मीरगंज सीएचसी के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. धरने में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी हो रही है. इसके साथ ही कार्रवाई की मांग भी की जा रही है. धरने में उमेश और उनके परिवार के साथ कई स्थानीय लोग भी शामिल हो गए हैं, जो अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. जनता का कहना है, कि ऐसे भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जिला प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.