नई दिल्ली: बांसुरी स्वराज दिल्ली से भाजपा की सांसद हैं. वह हमेशा आम आदमी पार्टी और आतिशी सरकार की आलोचना करती रहती हैं. अब बांसुरी स्वराज ने एमसीडी कर्मचारियों को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने ने कहा है के दिल्ली सरकार एमसीडी कर्मचारियों के लाभ के लिए कोई स्कीम लेकर नहीं आई.
दरअसल दीपावली पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में काम करने वाले कर्मचारियों को राज्य सरकार ने दीपावली का तोहफा दिया. कर्मचारियों को अक्टूबर महीने की सैलरी के साथ बोनस भी दिया गया. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने निगम के सफाई कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि 18 साल में पहली बार समय से पहले उन्हें सैलरी और बोनस मिला है.
बांसुरी स्वराज का दिल्ली सरकार पर तंज
बांसुरी स्वराज ने दिल्ली सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है. सैलरी देकर कौन सा अनोखा काम किया है. यह तो उनका हक है, मिलना ही चाहिए. दिल्ली सरकार को बताना चाहिए कि वह कर्मचारियों के लाभ के लिए कोई नई स्कीम क्यों नहीं लेकर आई."
दिल्ली नगर निगम के सभी सफ़ाई कर्मचारियों को बहुत-बहुत बधाई। 18 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है कि उनकी तनख्वाह महीना खत्म होने से पहले ही मिल रही है। पहले 7-8 महीने तक उनकी तनख़्वाह रूकी रहती थी लेकिन अब वक्त से पहले मिलती है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 30, 2024
इस बार दिवाली के अवसर पर MCD ने महीना ख़त्म होने से…
आप ने 18 साल में पहली बार सैलरी के साथ दिया गया बोनस
एमसीडी कर्मचारियों को सैलरी मिलने पर अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, "दिल्ली नगर निगम के सभी सफाई कर्मचारियों को बहुत-बहुत बधाई. 18 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है कि उनकी तनख्वाह महीना खत्म होने से पहले ही मिल रही है. पहले सात-आठ महीने तक उनकी तनख्वाह रुकी रहती थी, लेकिन अब वक्त से पहले मिलती है. इस बार दीपावली के अवसर पर एमसीडी ने महीना खत्म होने से पहले ही सभी सफाई कर्मियों को उनकी तनख्वाह और साथ में दीपावली बोनस भी भेज दिया है, ताकि सभी अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी दीपावली मना सकें. मैं सभी सफाई कर्मियों और उनके परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं."
प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर बैन
केजरीवाल ने दिल्ली में पटाखों पर बैन को लेकर कहा कि यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने भी कहा है कि प्रदूषण को देखते हुए हमें पटाखे नहीं जलाने चाहिए, हमें दीये जलाने चाहिए. यह रोशनी का त्योहार है, पटाखों का नहीं. ऐसा नहीं है कि हम किसी पर एहसान कर रहे हैं. जो भी प्रदूषण होगा, उससे हमारे बच्चे पीड़ित होंगे. इसलिए इसमें कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं है. सबकी जान जरूरी है.
ये भी पढ़ें: Delhi: आंखों की रोशनी नहीं, पर दूसरों की दिवाली रोशन करने का रखते हैं हुनर; जानिए- इनके हाथों का कमाल
ये भी पढ़ें: Delhi: बांसुरी स्वराज का AAP सरकार पर हमला, कहा- दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दी