पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गुलाब बाग बागेश्वरी कॉलोनी में एक व्यापारी के द्वारा चाइनीस लहसुन भारी मात्रा में रखा गया है. जब्त चाइनीज लहसुन का वजन 3-4 टन के करीब है. इसके बाद पूर्णिया के आरक्षी अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने एक टीम गठित कर छापेमारी करवाया.
पूर्णिया से प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन बरामद: छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन बरामद किया गया है. साथ ही एक युवक को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. लहसुन को अच्छे से पैकेट में पैक कर चाइना का टैग (पोस्टर) लगाया गया था. बरामद चाइनीज लहसुन की कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई जा रही है.
चाइनीज लहसुन ऐसे पहुंच रहा भारत: इन दिनों लहसुन की कीमत आसमान छू रही है. जो लहसुन पहले पूर्णिया में 70/ 80 रुपये प्रति किलो मिलता था, आज उसकी कीमत बाजार में 400 रुपया है. लहसुन के थोक विक्रेताओं ने पहले से रखे हुए लहसुन को स्टॉक कर दिया है और उसे ऊंची कीमत में बाजार में सप्लाई कर रहे हैं. नेपाल एवं बांग्लादेश के रास्ते चीन में होने वाले लहसुन भारतीय बाजार में आते हैं.
चाइनीज लहसुन से होती है कई बीमारियां: चाइनीज लहसुन आकार में काफी बड़े होते हैं. बताया जाता है कि उसके खाने से कई बीमारियां भी शरीर में होती हैं. मगर सस्ते रहने की वजह से व्यापारी वहां से लहसुन मंगवाने का काम करते हैं. गुलाब बाग मंडी एशिया का सबसे बड़ा मंडी है.
1 करोड़ रुपये का चाइनीज लहसुन: जैसे ही एसपी कार्तिकेय शर्मा को जानकारी मिली कि गुलाब बाग बागेश्वर कॉलोनी में एक व्यापारी के द्वारा भारी मात्रा में चाइनीज लहसुन को स्टॉक किया गया है. उन्होंने पुलिस की एक टीम को गठित कर मिली जानकारी के स्थान पर छापामारी करवाई. पुलिस को बड़ी सफलता मिली. एक करोड़ रुपए के लहसुन के साथ पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है. यह गोदाम राजेश कुमार गुप्ता का है.
"गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि गुलाब बाग बागेश्वरी स्थान निवासी राजेश कुमार गुप्ता के द्वारा अधिक मुनाफा कमाने के लिए भारत में प्रतिबंधित लहसुन को मंगवाकर गोदाम में रखा गया है. उसके बाद कार्रवाई की गई है."- कुन्दन कुमार,गुलाबबाग टीओपी प्रभारी
गोदाम सील, कस्टम विभाग की जांच शुरू: फिलहाल पुलिस ने गोदाम को सील कर दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. कस्टम विभाग के अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं. एसपी कार्तिकेय शर्मा ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
सस्ता होता है चाइनीज लहसुन: बताया जाता है कि चाइनीज लहसुन की नेपाल के रास्ते पूर्णिया गुलाबबाग मंडी सहित अन्य जगहों पर में सप्लाई हो रही है. देसी लहसुन की अपेक्षा चाइनीज लहसुन कारोबारियों को सस्ता पड़ रहा है. अधिक मुनाफा के चक्कर में कारोबारी प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन की गैर कानूनी तरीके से खरीद फरोख्त कर रहे हैं.
कब और क्यों बैन हुआ चाइनीज लहसुन: बता दें कि चाइनीज लहसुन से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को देखते हुए साल 2014 में ही भारत सरकार ने इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. चाइनीज लहसुन के सेवन से पेट-आंत में सूजन की समस्या पैदा होती है. चाइनीज लहसुन चमकदार और साइज में बड़ा-मोटा होता है. सेहत के लिए खतरनाक चाइनीज लहसुन की एक कली चीन का लहसुन, देसी लहसुन की 4 कलियां के बराबर होती है. पैसे की लालच में कारोबारी लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते दिखते हैं.
भारतीय लहसुन से कैसे अलग है चाइनीज लहसुन: चाइनीज लहसुन चमकदार, बड़ा और सेहत के लिए हानिकारक है. चाइनीज लहसुन की कलियां खिली हुईं और मोटी होती हैं. ये केमिकल्स के उपयोग से बनता है. इसमें सिंथेटिक प्रोसेस का इस्तेमाल होता है. चीनी लहसुन में स्मेल काफी कम होती है. वहीं देसी लहसुन की गंध बहुत तेज होती है जिसे दूर से भी सूंघा जा सकता है. देसी लहसुन को छीलने में काफी समय लगता है और इसका छिलका हाथों में बहुत ज्यादा चिपकता है.
ये भी पढ़ें
मुजफ्फरपुर में 28 लाख का चाइनीज लहसुन जब्त, DRI ने ट्रक चालक समेत 2 तस्करों को पकड़ा