रायबरेली: देश में बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की घुसपैठ रोकने की कवायद में जुटी NIA की टीम ने अभी कुछ दिन पहले बेंगलुरु से मोहम्मद जाकिर नाम के बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया था. उसने खुद को यूपी के गाजियाबाद का मूल निवासी बताया था. लेकिन, जांच में उसका जन्म प्रमाण पत्र रायबरेली के सलोन से बनने की बात सामने आई थी. इस पर एनआईए की टीम सलोन पहुंची और जाकिर के बारे में गोपनीय जांच करके चली गई.
एनआईए की गिरफ्त में आए देश विरोधी गतिविधियों में शामिल बांग्लादेश के निवासी मोहम्मद जाकिर का जन्म प्रमाण पत्र गाजियाबाद के साथ-साथ सलोन से भी जारी हुआ था. एनआईए की टीम जन्म प्रमाण पत्र जारी होने की प्रक्रिया को भी समझ रही है.
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र प्रकरण में टीम मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंची थी. सबसे पहले सीएमओ कार्यालय पहुंचकर प्रपत्रों की जांच की फिर केरल से आई टीम में शामिल डिप्टी एसपी राजन और बेंगलुरु से सहायक संतोष कुमार ने जारी प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी ली.
देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बंद मोहम्मद जाकिर के जारी जन्म प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी जुटाई गई. जाकिर के नाम सलोन के प्यारेपुर से जन्म प्रमाण पत्र जारी हुआ है. इसके साथ ही उसका एक जन्म प्रमाण पत्र गाजियाबाद से भी जारी हुआ है. जबकि वह बांग्लादेश का रहने वाला है.
इसके बाद एनआईए की टीम ने पंचायत राज विभाग में पहुंचकर निलंबित पंचायत सचिव के बारे में जानकारी ली और उसका निलंबन आदेश की फोटो प्रति भी ली. सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि एनआईए के अधिकारी आए थे. जन्म प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेकर चले गए.
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