उमरिया। टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में लगातार बाघों की मौत की खबरें आ रही हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो और बाघ शावकों की मौत हो गई. हालांकि इस मामले की पुष्टि फिलहाल किसी अधिकारी ने नहीं की है, लेकिन वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व के पनपथा और खितौली रेंज में दो शावकों की मौत हुई है. मरने वाले दोनों बाघ शावक एक वर्ष के बताए जा रहे हैं. यह जानकारी भी सामने आई है कि दोनों ही बाघ शावकों पर किसी बड़े बाघ ने हमला किया है, जिससे उनकी मौत हुई.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने साधी चुप्पी
पनपथा कोर रेंज और खितौली में बाघ शावकों के शव पाए गए हैं. पनपथा रेंज अंतर्गत जिस बाघ शावक का शव पाया गया है, वह बुरी तरह से नुचा हुआ था. संभवतः बाघ ने शावक पर हमला करने के बाद उसके शव को खा भी लिया. गश्त कर रही टीम ने सोमवार दोपहर बाघ शावक को मृत अवस्था मे देखा. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया और अपनी कार्रवाई में जुट गया. हालांकि इस बारे में कोई विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है.
खितौली में मारा गया दूसरा शावक
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंज में एक अन्य बाघ शावकों की भी मौत हुई है. यहां मरने वाला बाघ शावक भी दूसरे बाघ के हमले में मारा है. इस बारे में जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया और जांच में जुट गया है। दोनों ही बाघ शावकों के पोस्टमार्टम के बारे में फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इन दो बाघ शावकों की मौत के बाद इस वर्ष बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मरने वाले बाघों की संख्या 09 हो गई है.
एमपी टाइगर स्टेट बनने में बांधवगढ़ की अहम भूमिका
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के टाइगर स्टेट बनने में बांधवगढ़ के टाइगर रिजर्व की अहम भूमिका रही है. जब मध्यप्रदेश को दोबारा टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था तो बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 165 बताई गई. लेकिन अब लगातार हो रही बाघों की मौत से रिजर्व प्रबंधन सवालों के घेरे में है. वर्ष 2024 के लगते ही 10 जनवरी से बाघों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ. खास बात यह भी है कि अधिकतर बाघों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले. सवाल यह है कि अगर घायल बाघ की समय पर ट्रैकिंग कर ली जाती तो मौत नहीं होती.
जनवरी 2024 से अब तक बाघों की मौत
- 10 जनवरी 2024 को पतोर रेंज चिल्हारी बीट के आर 421 के कुशहा नाल में 15-16 महीने के बाघ शावक का एक महीना पुराना कंकाल पाया गया
- 16 जनवरी 2024 को धमोखर परिक्षेत्र के ग्राम बरबसपुर से करीब एक किमी दूर नर बाघ शावक 12 से 15 माह का शव मिला
- 23 जनवरी 2024 को मानपुर बफर रेंज के पटपरिया हार पीएफ 313 में एक बाघिन का शव पाया गया
- 31 जनवरी 2024 बांधवगढ टाइगर रिजर्व के कल्लवाह परिक्षेत्र के आरएफ़ क्रमांक 255 में गश्ती के दौरान मृत अवस्था में बाघ मिला
- 29 फरवरी 2024 को पनपथा कोर के बघड़ो बीट में मिला मृत बाघ
- 02 मार्च 2024 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की पतौर रेंज चपटा पटेरा, आरएफ 435, बीट पिटोर, रेंज पतौर में 2 साल का मृत बाघ पाया गया
- 05 मार्च को वन परिक्षेत्र पनपथा कोर की बीट हरदी के कक्ष क्रमांक RF-455 में मिला था.
- 25 मार्च 2024 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा और खितौली रेंज में 2 बाघ शावकों की मौत