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प्रयागराज महाकुंभ के लिए तैयार हो रहा बनारस, 31 दिसंबर तक शुरू हो जाएगा यह नया फ्लाईओवर - PREPARATIONS IN VARANASI FOR KUMBH

Preparations in Varanasi for Kumbh : कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने सभी प्रशासनिक विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक.

अधिकारियों के साथ बैठक करते कमिश्नर कौशल राज शर्मा.
अधिकारियों के साथ बैठक करते कमिश्नर कौशल राज शर्मा. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 12:45 PM IST

वाराणसी : प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर बनारस में कुंभ के पलट प्रवाह की तैयारियां तेज हो गईं हैं. वाराणसी में प्रशासनिक बैठकों के साथ अन्य तैयारियां ने भी जोर पकड़ लिया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि कुंभ में आने वाली भीड़ का लगभग एक तिहाई हिस्सा वाराणसी आता है. इनकी संख्या करोड़ों में होती है. इसे लेकर वाराणसी प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर सड़कों और अन्य कार्यों को पूरा करने की डेडलाइन 31 दिसंबर तक तय कर दी है.

कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि कुंभ में स्नान के बाद बड़ी संख्या में लोग वाराणसी और अयोध्या पहुंचते हैं. इसके लिए हमें सभी स्तरों पर अपनी तैयारियां रखनी हैं. कुंभ में बनारस के तीन अखाड़े हैं. इसमें बड़े स्तर पर लोगों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा. आगामी फरवरी महीने में ही काशी-तमिल संगमम का भी आयोजन नमो घाट पर होगा. इसमें भी बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. इन्ही आयोजनों को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

लोक निर्माण विभाग को चेतावनी : कमिश्नर कौशल राज शर्मा के अनुसार लोक निर्माण विभाग को शहर के सभी छह सड़कों के कार्य 31 दिसंबर तक किसी हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने, व्हाइट स्ट्रिप मार्किंग, मोहनसराय तथा रिंग रोड के साथ शहर के बाहर तथा अंदर दिशा सूचक लगाने को निर्देशित किया गया है. परिवहन विभाग के सहयोग से सभी चिन्हित ब्लैक स्पॉट को दूर करने को निर्देशित किया गया है. आगामी 31 दिसंबर तक सड़कों को पूरा नहीं किए जाने पर संबंधित नोडल अधिकारी, कॉन्ट्रैक्टर, पिछले कार्यकाल के दौरान रहे अधिकारियों आदि की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कज्जाकपुरा फ्लाइओवर पूरा करने के लिए डेड लाइन तय : सेतु निगम को कज्जाकपुरा फ्लाइओवर की एक लेन 31 दिसंबर तक किसी भी हाल में चालू करने को कहा गया है. अन्यथा रेलवे तथा सेतु निगम की जिम्मेदारी तय की जाएगी. विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम को उनके बोर्डों, खंभों, पोलों आदि की मरम्मत, सफाई करते हुए उनकी पेंटिंग करने, सड़क पर डिवाइडर आदि की पेंटिंग करने को निर्देशित किया गया है.

यातायात व्यवस्था के लिए निर्देश : परिवहन विभाग को ट्रैफिक विभाग के साथ मिलकर सभी सरकारी, निजी, स्कूल-कॉलेजों की बसों, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा आदि के फिटनेस चेक करने, कोहरे के दृष्टिगत उन पर परावर्तक लगाने, ब्लैक स्पॉट सही कराने, ट्रैक्टर पर कोई सवारी नहीं बैठने पाए, सभी ड्राईवरों की पहचान करने, सुरक्षा के दृष्टिगत उनका वेरिफिकेशन कराने, उनको कोई मार्क जारी करने, उनका ड्रेस कोड तय करने, उनकी आंख की जांच कराने तथा भीड़ मैनेजमेंट आदि की उचित व्यवस्था करने को निर्देशित किया. हरहुआ, जगतपुर, लहरतारा आदि जगहों पर सुविधा के अनुसार स्थलों को चिन्हित करते हुए अस्थायी बस स्टैंड बनाने को कहा गया है.

नगर निगम की जिम्मेदारी तय : नगर निगम ट्राॅफिक पुलिस के साथ मिलकर सभी जगहों के ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के किराया तय करते हुए उनको फ्लैक्स के माध्यम से प्रदर्शित करने को कहा गया है. मुख्य कार्यपालक अधिकारी काशी विश्वनाथ मंदिर को मंदिर परिक्षेत्र में सावन माह की तरह ही तैयारियां करने को कहा गया है. भीड़ के नियंत्रण के लिए अभी से बैरिकेडिंग कराने को कहा गया है. सुरक्षा के दृष्टिगत फायर, एनडीआरएफ, पीएसी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी की माकड्रिल आयोजित करने हेतु कहा गया. मंदिर परिक्षेत्र की 1 जनवरी से 31 मार्च तक की ड्यूटी अभी से निर्धारित करने को कहा गया है.

पर्यटन विभाग करेगा ये काम : पर्यटन विभाग को निर्माण कार्यों में तेजी लाने, कुंभ के आयोजन तथा पेशवाई हेतु शहर के गणमान्य लोगों से बैठक करते हुए उनके सुझाव लेने, कुंभ के दृष्टिगत प्रमुख चौराहों पर हेल्पडेस्क बनाने तथा पंफलेट, पर्चे आदि बंटवाने को कहा गया है. वाणिज्य कर विभाग को व्यापार मंडल के साथ बैठक करने तथा उनको आने वाले श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों से कुशल व्यवहार करने, काशी को प्लास्टिक फ्री बनाने में मदद करने में उनके सहयोग की अपेक्षा की बात कही गई है.

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की जिम्मेदारी : प्लास्टिक फ्री हेतु एक सप्ताह लगातार जागरूकता अभियान चलाते हुए शोरूम, होटल मालिकों, दुकानदारों, स्ट्रीट वेंडरों की भी प्लास्टिक मुक्त काशी बनाने में उनकी मदद लेने को कहा गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सभी राजमार्गों के साथ विशेषतः वाराणसी - प्रयागराज - लखनऊ - अयोध्या की सड़कों की मरम्मत करने, अंडरपास, डिवाइडर आदि के कार्य पूर्ण करने को कहा गया है. सिंचाई विभाग को गंगा तथा वरुणा नदी में साफ-सफाई, पानी की गुणवत्ता, पानी की उपलब्धता, उनका फ्लो तथा इंटरसेप्टर ड्रेन आदि को सही करने को कहा गया है. सभी कार्यों को एनजीटी के निर्देशों, उनके मानकों के अनुसार करने को कहा गया है.

जलकल विभाग कराएगा ये काम : जल निगम को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को फुल एमएलडी पर चलाने तथा बचे कार्यों को दिसंबर तक पूरा करने को कहा गया है. जलकल विभाग घाटों, गालियों आदि पर कहीं कोई सीवरेज फ्लो न होने पाए, जिससे किसी श्रद्धालु को दिक्कत हो इसको सुनिश्चित करे. नगर निगम व छावनी परिषद सड़क गड्ढा मुक्ति, डिवाइडर पेंटिंग, दिशासूचक बोर्ड लगाने, गलियों में गंदगी न हो, रात में साफ-सफाई, होटेलों, खाली प्लाटों में डंप कूड़े को हटाने, खाली प्लाटों में अवैध रूप से संचालित गाड़ी कारखानों को चेक करने, उनको हटाने तथा वहाँ साफ-सफाई करने को कहा गया अन्यथा जिम्मेदारी तय की जाएगी.

खाद्य सुरक्षा को दिए निर्देश : खाद्य सुरक्षा विभाग को होटेलों, दुकानों, ठेलों आदि पर संचालित खाद्य सामग्रियों की गहन चेकिंग करने, गुणवत्ता सुनिश्चित करने, कोई कमी हो तो उसको दूर करने तथा हाइजीन मेनटेन करने को कहा गया ताकि किसी श्रद्धालु की धार्मिक भावना आहत न हो. स्वास्थ्य विभाग को सभी सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पतालों में उचित व्यवस्था करने के साथ आपातकालीन चिकित्सा को पूरी तैयारी से मुस्तैद रहने को निर्देशित किया गया है.

डिजास्टर मैनेजमेंट के बिंदु तय : डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत भीड़ को देखते हुए उनके उचित प्रबंध करने, सुरक्षा, फूड पैकेट, रहने की उचित व्यवस्था के साथ पर्याप्त मात्रा में कंबल की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस आदि के लोगों को थाने पर बुलाकर उनकी बैठक करने, उनकी ट्रेनिंग करने पर भी बल दिया गया ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में उनकी मदद ली जा सके. नगर निगम तथा जल पुलिस को नाविकों के साथ बैठक करने, उनके व्यवहार कुशल होने, किराया निर्धारित करने, उनके घाट निर्धारित करने, स्वयंसेवक निर्धारित करने, घाट पर पंडा समाज के साथ बैठक करने, नावों पर सेफ्टी जैकेट की उपलब्धता, प्लास्टिक, पॉलीथिन से घाटों को पूरी तरह मुक्त करने को निर्देशित किया गया.

महाकुंभ में अपनी थाली और थैला : बिजली विभाग को सभी पोल शिफ्टिंग के कार्यों को 31 दिसंबर तक हर हाल में पूरा करने को निर्देशित किया गया. भाषिनी एप को अधिकाधिक संख्या में लोगों के बीच प्रसारित करने को कहा गया. महाकुंभ को विश्व स्तरीय कुंभ के रूप में आयोजित किया जा रहा है. इसको पूरी तरह प्लास्टिक फ्री, ओडीएफ फ्री किया गया है. महाकुंभ में जाने वाले सभी लोग अपनी थाली-थैला साथ ले जाएं.

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वाराणसी : प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर बनारस में कुंभ के पलट प्रवाह की तैयारियां तेज हो गईं हैं. वाराणसी में प्रशासनिक बैठकों के साथ अन्य तैयारियां ने भी जोर पकड़ लिया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि कुंभ में आने वाली भीड़ का लगभग एक तिहाई हिस्सा वाराणसी आता है. इनकी संख्या करोड़ों में होती है. इसे लेकर वाराणसी प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर सड़कों और अन्य कार्यों को पूरा करने की डेडलाइन 31 दिसंबर तक तय कर दी है.

कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि कुंभ में स्नान के बाद बड़ी संख्या में लोग वाराणसी और अयोध्या पहुंचते हैं. इसके लिए हमें सभी स्तरों पर अपनी तैयारियां रखनी हैं. कुंभ में बनारस के तीन अखाड़े हैं. इसमें बड़े स्तर पर लोगों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा. आगामी फरवरी महीने में ही काशी-तमिल संगमम का भी आयोजन नमो घाट पर होगा. इसमें भी बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. इन्ही आयोजनों को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

लोक निर्माण विभाग को चेतावनी : कमिश्नर कौशल राज शर्मा के अनुसार लोक निर्माण विभाग को शहर के सभी छह सड़कों के कार्य 31 दिसंबर तक किसी हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने, व्हाइट स्ट्रिप मार्किंग, मोहनसराय तथा रिंग रोड के साथ शहर के बाहर तथा अंदर दिशा सूचक लगाने को निर्देशित किया गया है. परिवहन विभाग के सहयोग से सभी चिन्हित ब्लैक स्पॉट को दूर करने को निर्देशित किया गया है. आगामी 31 दिसंबर तक सड़कों को पूरा नहीं किए जाने पर संबंधित नोडल अधिकारी, कॉन्ट्रैक्टर, पिछले कार्यकाल के दौरान रहे अधिकारियों आदि की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कज्जाकपुरा फ्लाइओवर पूरा करने के लिए डेड लाइन तय : सेतु निगम को कज्जाकपुरा फ्लाइओवर की एक लेन 31 दिसंबर तक किसी भी हाल में चालू करने को कहा गया है. अन्यथा रेलवे तथा सेतु निगम की जिम्मेदारी तय की जाएगी. विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम को उनके बोर्डों, खंभों, पोलों आदि की मरम्मत, सफाई करते हुए उनकी पेंटिंग करने, सड़क पर डिवाइडर आदि की पेंटिंग करने को निर्देशित किया गया है.

यातायात व्यवस्था के लिए निर्देश : परिवहन विभाग को ट्रैफिक विभाग के साथ मिलकर सभी सरकारी, निजी, स्कूल-कॉलेजों की बसों, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा आदि के फिटनेस चेक करने, कोहरे के दृष्टिगत उन पर परावर्तक लगाने, ब्लैक स्पॉट सही कराने, ट्रैक्टर पर कोई सवारी नहीं बैठने पाए, सभी ड्राईवरों की पहचान करने, सुरक्षा के दृष्टिगत उनका वेरिफिकेशन कराने, उनको कोई मार्क जारी करने, उनका ड्रेस कोड तय करने, उनकी आंख की जांच कराने तथा भीड़ मैनेजमेंट आदि की उचित व्यवस्था करने को निर्देशित किया. हरहुआ, जगतपुर, लहरतारा आदि जगहों पर सुविधा के अनुसार स्थलों को चिन्हित करते हुए अस्थायी बस स्टैंड बनाने को कहा गया है.

नगर निगम की जिम्मेदारी तय : नगर निगम ट्राॅफिक पुलिस के साथ मिलकर सभी जगहों के ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के किराया तय करते हुए उनको फ्लैक्स के माध्यम से प्रदर्शित करने को कहा गया है. मुख्य कार्यपालक अधिकारी काशी विश्वनाथ मंदिर को मंदिर परिक्षेत्र में सावन माह की तरह ही तैयारियां करने को कहा गया है. भीड़ के नियंत्रण के लिए अभी से बैरिकेडिंग कराने को कहा गया है. सुरक्षा के दृष्टिगत फायर, एनडीआरएफ, पीएसी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी की माकड्रिल आयोजित करने हेतु कहा गया. मंदिर परिक्षेत्र की 1 जनवरी से 31 मार्च तक की ड्यूटी अभी से निर्धारित करने को कहा गया है.

पर्यटन विभाग करेगा ये काम : पर्यटन विभाग को निर्माण कार्यों में तेजी लाने, कुंभ के आयोजन तथा पेशवाई हेतु शहर के गणमान्य लोगों से बैठक करते हुए उनके सुझाव लेने, कुंभ के दृष्टिगत प्रमुख चौराहों पर हेल्पडेस्क बनाने तथा पंफलेट, पर्चे आदि बंटवाने को कहा गया है. वाणिज्य कर विभाग को व्यापार मंडल के साथ बैठक करने तथा उनको आने वाले श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों से कुशल व्यवहार करने, काशी को प्लास्टिक फ्री बनाने में मदद करने में उनके सहयोग की अपेक्षा की बात कही गई है.

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की जिम्मेदारी : प्लास्टिक फ्री हेतु एक सप्ताह लगातार जागरूकता अभियान चलाते हुए शोरूम, होटल मालिकों, दुकानदारों, स्ट्रीट वेंडरों की भी प्लास्टिक मुक्त काशी बनाने में उनकी मदद लेने को कहा गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सभी राजमार्गों के साथ विशेषतः वाराणसी - प्रयागराज - लखनऊ - अयोध्या की सड़कों की मरम्मत करने, अंडरपास, डिवाइडर आदि के कार्य पूर्ण करने को कहा गया है. सिंचाई विभाग को गंगा तथा वरुणा नदी में साफ-सफाई, पानी की गुणवत्ता, पानी की उपलब्धता, उनका फ्लो तथा इंटरसेप्टर ड्रेन आदि को सही करने को कहा गया है. सभी कार्यों को एनजीटी के निर्देशों, उनके मानकों के अनुसार करने को कहा गया है.

जलकल विभाग कराएगा ये काम : जल निगम को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को फुल एमएलडी पर चलाने तथा बचे कार्यों को दिसंबर तक पूरा करने को कहा गया है. जलकल विभाग घाटों, गालियों आदि पर कहीं कोई सीवरेज फ्लो न होने पाए, जिससे किसी श्रद्धालु को दिक्कत हो इसको सुनिश्चित करे. नगर निगम व छावनी परिषद सड़क गड्ढा मुक्ति, डिवाइडर पेंटिंग, दिशासूचक बोर्ड लगाने, गलियों में गंदगी न हो, रात में साफ-सफाई, होटेलों, खाली प्लाटों में डंप कूड़े को हटाने, खाली प्लाटों में अवैध रूप से संचालित गाड़ी कारखानों को चेक करने, उनको हटाने तथा वहाँ साफ-सफाई करने को कहा गया अन्यथा जिम्मेदारी तय की जाएगी.

खाद्य सुरक्षा को दिए निर्देश : खाद्य सुरक्षा विभाग को होटेलों, दुकानों, ठेलों आदि पर संचालित खाद्य सामग्रियों की गहन चेकिंग करने, गुणवत्ता सुनिश्चित करने, कोई कमी हो तो उसको दूर करने तथा हाइजीन मेनटेन करने को कहा गया ताकि किसी श्रद्धालु की धार्मिक भावना आहत न हो. स्वास्थ्य विभाग को सभी सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पतालों में उचित व्यवस्था करने के साथ आपातकालीन चिकित्सा को पूरी तैयारी से मुस्तैद रहने को निर्देशित किया गया है.

डिजास्टर मैनेजमेंट के बिंदु तय : डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत भीड़ को देखते हुए उनके उचित प्रबंध करने, सुरक्षा, फूड पैकेट, रहने की उचित व्यवस्था के साथ पर्याप्त मात्रा में कंबल की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस आदि के लोगों को थाने पर बुलाकर उनकी बैठक करने, उनकी ट्रेनिंग करने पर भी बल दिया गया ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में उनकी मदद ली जा सके. नगर निगम तथा जल पुलिस को नाविकों के साथ बैठक करने, उनके व्यवहार कुशल होने, किराया निर्धारित करने, उनके घाट निर्धारित करने, स्वयंसेवक निर्धारित करने, घाट पर पंडा समाज के साथ बैठक करने, नावों पर सेफ्टी जैकेट की उपलब्धता, प्लास्टिक, पॉलीथिन से घाटों को पूरी तरह मुक्त करने को निर्देशित किया गया.

महाकुंभ में अपनी थाली और थैला : बिजली विभाग को सभी पोल शिफ्टिंग के कार्यों को 31 दिसंबर तक हर हाल में पूरा करने को निर्देशित किया गया. भाषिनी एप को अधिकाधिक संख्या में लोगों के बीच प्रसारित करने को कहा गया. महाकुंभ को विश्व स्तरीय कुंभ के रूप में आयोजित किया जा रहा है. इसको पूरी तरह प्लास्टिक फ्री, ओडीएफ फ्री किया गया है. महाकुंभ में जाने वाले सभी लोग अपनी थाली-थैला साथ ले जाएं.

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