रामनगर/अल्मोड़ा/थराली/धलोल्टी: हल्द्वानी-रामनगर स्टेट मार्ग पर चकलुवा के पास अब वैली ब्रिज बनाया जाएगा. इससे पहले यहां पर पुलिया थी, जो सड़क बहने से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिससे लोगों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अब कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने लोक निर्माण विभाग को यहां पर वैली ब्रिज जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, थराली में विधायक भूपाल राम टम्टा ने आपदाग्रस्त पंती का निरीक्षण किया.
हल्द्वानी-रामनगर स्टेट हाईवे पर बनेगा वैली ब्रिज: दरअसल, बारिश के चलते हल्द्वानी-रामनगर स्टेट मार्ग कालाढूंगी के चकलुवा के पास 2 दिन पहले आरसीसी पुलिया और सड़क क्षतिग्रस्त हो गया था. मार्ग बाधित होने से लोगों को रामनगर से हल्द्वानी आने जाने के लिए बाजपुर होकर जाना पड़ रहा रहा है. ऐसे में अब यहां पर वैली ब्रिज बनाने की कवायद की जा रही है.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को वैली ब्रिज का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. सबसे पहली प्राथमिकता अभी बंद सड़कों को खोलना है, लेकिन परिसंपत्तियों के नुकसान का आकलन जल्द से जल्द किया जाएगा. वहीं, इस वक्त नैनीताल जिले में दो स्टेट हाईवे समेत 11 सड़कें बंद हैं. जिले के ओखलकांडा इलाके में पेयजल आपूर्ति बाधित चल रही है.
थराली में विधायक भूपाल राम टम्टा ने आपदाग्रस्त पंती का किया दौरा: बीते दिनों भारी बारिश से पंती में भारी तबाही मची थी. जिस पर ग्रामीणों ने कार्यदायी संस्था पर लापरवाही का आरोप लगाया था. साथ ही इस नुकसान का जिम्मेदार भी ठहराया था. उनका आरोप था कि कार्यदायी संस्था और ठेकेदार ने सड़क कटिंग का पूरा मलबा पंती गदेरे में डाल दिया था. जिसके चलते बारिश के दौरान पंती गदेरे से काफी नुकसान हुआ.
ग्रामीणों का कहना है कि इस गदेरे से कृषि भूमि समेत आस पास के आवासीय मकानों पर खतरा बढ़ जाता है. वहीं, थराली से बीजेपी विधायक भूपाल राम टम्टा ने आपदा प्रभावित क्षेत्र पंती का दौरा किया. इस दौरान विधायक टम्टा ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए वो और प्रदेश सरकार तत्पर हैं. उन्होंने कार्यदायी संस्था को भी फटकार लगाई और सड़क के निचले हिस्से में सुरक्षात्मक काम करने को कहा.
देघाट में नदी किनारे जलमग्न गौशाला में फंसे बेजुबानों का रेस्क्यू: अल्मोड़ा के देघाट में स्थित मसाण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. जिससे वहां पर स्थित एक गौशाला जलमग्न हो गई और उसमें बेजुबान फंस गए. जिन्हें देघाट की पुलिस टीम ने रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला.
टिहरी में एक्शन में डीएम: जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित आपदा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे. उन्होंने बताया घनसाली क्षेत्रान्तर्गत मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटर मार्ग को जोड़ने के लिए वैली ब्रिज पहुंच चुका है. जिसे जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है. बूढ़ाकेदार क्षेत्र में रीवर चैनलाइजेशन के लिए निर्माण सामाग्री पहुंच चुकी है. कार्य प्रगति पर है. जखन्याली, पिपोला तथा मुयालगांव में विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई है. इसके साथ ही बाधित सड़कों को खोलने तथा आपदा प्रभावित गांवों में विभागीय परिसम्पतियों यथा मार्गों, नहरों, गूलों, पेयजल संरचनाओं की क्षति आंकलन की कार्यवाही गतिमान है.जिला आपदा अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया ग्राम जखन्याली के 1 प्रभावित परिवार तथा गांव के 5 लोगों को महिला मिलन केन्द्र एवं जनता जूनियर हाई स्कूल (राहत शिविर)में ठहराया गया है. जहां उनके खाने एवं पेयजल की व्यवस्था के साथ ही पानी के टैंकर की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया 5 लोगों की (एसडीआरएफ और वन विभाग) टीम महस्रताल (पिनस्वाड़ छानियों से 03 किमी पीछे) पहुंच गई है.
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