बरेली: जिले में मंगलवार को हुई झमाझम बारिश से खमरिया का बहगुल नदी का बांध टूट गया है. खमरिया बांध टूटने के बाद करीब तीस साल से इन गांवों के किसान सिंचाई के संकट से जूझते आ रहे थे. किसी भी सरकार में सुनवाई नहीं हुई, तो करीब चार साल पहले लोगों ने तीन लाख रुपये का चंदा इकट्ठा कर 25 दिन तक रात-दिन की मेहनत के बाद खुद नदी की धार को बांध दिया था. जिसके बाद कुछ गांवों में नदी का पानी खेतों तक पहुंचना शुरू हो गया था. पूर्व एमएलसी जय दीप सिंह बरार ने ग्रामीणों की मदद से इस बांध को बनाया था.
नगर पालिका की खुली पोल: महाराजगंज जनपद में भी बीते 24 घंटो से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. वही अब इस बारिश से नगर से लेकर गांव तक जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. साथ ही साथ नेपाल से निकलने वाली नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है, जिसको लेकर सिंचाई विभाग अलर्ट मोड में है. लगातार बारिश से धान की खेती करने वाले किसानों को संजीवनी मिल रही है. लेकिन, नगरीय क्षेत्र में बारिश से होने वाले जल जमाव ने लोगों की दुश्वारियों को बढ़ा दिया है. महराजगंज कस्बे समेत नौतनवा सिसवा कस्बो में कई मुहल्ले के घरों में पानी भर गया है. वही, अस्पताल, सदर कोतवाली में पानी लबालब भरा हुआ है. जिससे लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.