बगहाः बिहार के बगहा जिले में इलाज के अभाव में 18 साल के एक युवक की मौत हो गयी. घटना वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र से सटे वाल्मीकिनगर की है, जहां सांप काटने के बाद युवक के इलाज के लिए परिवार दर-दर भटकता रहा, लेकिन किसी भी अस्पताल में सांप के काटने के इलाज की व्यवस्था नहीं होने के कारण आखिरकार युवक की जान चली गयी.
हाथ धोने गया तो सांप ने काटाः बताया जा रहा है की गुरुवार की रात 9 बजे पवन सहनी का 18 वर्षीय पुत्र सूरज सहनी खाना खाकर हैंडपंप पर हाथ धोने गया, वहीं नीचे चबूतरा पर रखे बाल्टी के पीछे छुपे विषधर सांप ने सूरज के पैर में डंस लिया. जिसके बाद परिजन उसे फौरन लेकर उपस्वास्थ्य केंद्र वाल्मीकिनगर पहुंचे, लेकिन अस्पताल में सर्पदंश से इलाज की कोई व्यवस्था नहीं थी.
नेपाल लेकर पहुंचे परिजनः उपस्वास्थ्य केंद्र से निराश-हताश परिजन पड़ोसी देश नेपाल स्थित त्रिवेणी मिलिट्री कैम्प के मेडिकल अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों के इलाज का कोई असर नहीं दिखा तो उन्होंने दूसरी जगह रेफर कर दिया. इसके बाद परिजन देर रात 40 किलोमीटर दूर बगहा अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे तो जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया.
गंडक नदी में बहाया शव : परिजनों के लिए सूरज की मौत पर विश्वास करना मुश्किल हो रहा था. लिहाजा उसके शव को लेकर वे रामनगर स्थित भावल पहुंचे और वहां झाड़फूंक का सहारा लिया ताकि उनका लड़का जीवित हो उठे. आखिर सब तरफ से निराश परिजनों ने शनिवार की सुबह शव को केले के थंब से बांधकर गंडक नदी में प्रवाहित कर दिया.
"सांप काटने के तुरंत बाद हमलोग अस्पताल ले गये, लेकिन बच्चे की स्थिति बहुत नाजुक हो गई थी. नेपाल में इलाज कराने के उपरांत जब बगहा अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसके मृत होने की पुष्टि कर दी.फिर भी कुछ लोगों के कहने पर झाड़ फूंक के लिए कई जगह भटकते रहे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अंत में अंततोगत्वा केले के थंब पर शव को बांधकर नदी में प्रवाहित कर दिया"- पवन सहनी, मृत युवक के पिता
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