बड़वानी : कानून व्यवस्था बनाए रखने व चुनौतियों से निपटने के लिए शनिवार को बड़वानी में पुलिस लाइन पर बलवा मॉक ड्रिल की गई. इस दौरान अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने, पत्थरबाजों व दंगों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया. ऐसी किसी भी स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बारीकी से पुलिसकर्मियों को समझाया गया. त्योहारों को शांति पूर्ण संपन्न करवाने के लिए पुलिस विभाग के 125 अधिकारी व कर्मचारियों को शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार रहने के लिए प्रशिक्षण दिया गया.
गन, टियर गेस, लाठियों का इस्तेमाल
इस मॉक ड्रिल में पत्थरबाजी व दंगों जैसी स्थिति बनाई गई और पुलिस विभाग के संसाधनों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दिया गया. जैसे राइट कंट्रोल व्हीकल, पीआई एससिस्ट, लाउड हिलर, फर्स्ट ऐड सामग्री, बलवा ड्रिल की सामग्री, हेलमेट, बॉडीगार्ड जाली, केन-लाठी, टीयर गैस, गन व वाटर केनन का कुशलता से उपयोग करने का अभ्यास करवाया गया.
एसपी ने किया मॉकड्रिल एनालिसिस
एएसपी अनिल कुमार पाटीदार के मार्गदर्शन और रक्षित निरीक्षक चेतन बघेल के नेतृत्व में बलवा ड्रिल का अभ्यास कराया गया. बलवा मॉक ड्रिल में अलग-अलग पार्टी बनाकर अभ्यास करवाया गया. एसपी पुनीत गेहलोद ने इस दौरान हर पार्टी के कार्य का एनालिसिस किया. इस अभ्यास में बड़वानी एसडीओपी दिनेशसिंह चौहान, सेंधवा एसडीओपी कमलसिंह चौहान, राजपुर एसडीओपी आयुष अलावा, अजाक डीएसपी जितेंद्र भास्कर, महिला सेल डीएसपी महेश सुनैया सहित जिले के सभी थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी और अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे.
पत्थर फेंकने और बचाव का हुआ अभ्यास
बड़वानी के पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया, '' बलवा ड्रिल में पत्थर फेंकने और पत्थरबाजों से बचाव के साथ-साथ लाठी चार्ज और घायल को तुरंत अस्पताल भेजने का अभ्यास कराया गया. इस बलवा ड्रिल में जिले के समस्त थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी सहित पुलिसकर्मी उपस्थित रहे.'' गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों को ऐसी कई ट्रेनिंग ज्वॉइनिंग के समय ही दी जाती हैं लेकिन समय-समय पर इनकी प्रैक्टिस भी कराई जाती है.