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दिल्ली का धुआं अलवर व भिवाड़ी की आबोहवा कर रहा खराब, खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI लेवल

दिल्ली की धुंध का असर अब अलवर और भिवाड़ी में भी देखा जा रहा है. भिवाड़ी में वायू प्रदूषण खरतनाक स्तर पर पहुंच चुका है.

AIR POLLUTION IN ALWAR AND BHIWADI
भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर खतरे के पार (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

अलवर : दिल्ली और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के धुएं की वजह से अलवर और भिवाड़ी की आबोहवा खराब होने लगी है. भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर खतरे को पार कर चुका है. वहीं, अलवर में भी एक्यूआई 200 से ज्यादा पहुंच चुका है. ऐसे में लोगों की तकलीफें बढ़ गई हैं. लोगों को सांस लेने में परेशानी और आखों में जलन होने लगी है. वहीं, चिकित्सक प्रदूषण से बचने के लिए मास्क लगाकर चलने की सलाह दे रहे हैं.

दिल्ली में इन दिनों प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है. इसका सीधा असर भिवाड़ी एवं अलवर जिले में भी दिखाई पड़ रहा है. सोमवार को भिवाड़ी का एक्यूआई बढ़कर 448 के खतरनाक स्तर पर पहुुंच गया तो अलवर में भी प्रदूषण का स्तर सोमवार को 293 तक पहुंच गया. सुबह आसमान में स्मॉग छाया रहा. स्मॉग के चलते दोपहर के समय धूप भी मंद रही.

अलवर और भिवाड़ी में वायू प्रदूषण का स्तर (ETV Bharat Alwar)

इसे भी पढ़ें- अलवर में प्रदूषण पर ब्रेक के लिए ग्रेप की पहल...5 दिन ही होगा औद्योगिक इकाइयों का संचालन

प्रदूषण कम करने के लिए ग्रेप लागू : वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से दिल्ली एवं एनसीआर में ग्रेप की पाबंदी लागू की गई है. अलवर और भिवाड़ी एनसीआर में शामिल होने के कारण यहां भी ग्रेप थ्री की पाबंदी लागू है. इसके चलते पूरे अलवर जिले में खनन कार्य, निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सड़कों पर धूल के कण उड़ने से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पानी छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं. ग्रेप की पाबंदियों के बावजूद अलवर व भिवाड़ी में एक्यूआई में बढ़ोतरी का दौर जारी है.

प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयास जारी : प्रदूषण नियंत्रण मंडल अलवर के क्षेत्रीय अधिकारी दीपेंद्र कुमार झीरवाल ने बताया कि अलवर शहर का एक्यूआई संतोषजनक रहता है, लेकिन रविवार शाम को अलवर में एक्यूआई का स्तर कुछ बढ़ा है. तापमान में कमी एवं हवा की गति धीमी होने से रविवार शाम को स्मॉग छाया रहा. अलवर में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय कर कार्रवाई की जा रही है. अलवर में ग्रेप थ्री लागू है, इसमें खनन, निर्माण सहित अनेक कार्य बंद हैं. सम्बन्धित विभाग ग्रेप की पालना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सड़कों पर उड़ने वाली मिट्टी के लिए पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. अलवर में प्रदूषण को कम करने के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- Rajasthan: प्रदूषण के मामले में श्रीगंगानगर देश में दूसरे नंबर पर, दीपावली के बाद बढ़ गया स्तर

अलवर क्षय रोग अस्पताल के चिकित्सक डॉ अजीत सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों में मौसम में बदलाव आया है. रविवार को दोपहर बाद से स्मॉग छाने लगा है. इससे लोगों को सांस लेने में समस्या और बार-बार खांसी आने लगी है. इसके बचाव के लिए लोगों को मास्क लगाकर घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है. बदलते मौसम के कारण लोगों को इन दिनों ठंडी चीज कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम सहित अन्य ठंडे पेय पदार्थों से बचना चाहिए. लोगों को किसी प्रकार की समस्या हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें.

क्या कहते हैं लोग : खैरथल-तिजारा जिले के ईश्वर सिंह का कहना है कि बीते तीन दिनों से उन्हें स्मॉग के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है. मास्क लगाने के बाद भी परेशानी हो रही है. सोमवार को हालत ज्यादा खराब होने के कारण वे अलवर में चिकित्सक से परामर्श लेने आए. अलवर शहर निवासी नरेश कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर के समय मौसम में अचानक बदलाव आया और कोहरा जैसा छा गया. स्मॉग के चलते शाम को ही रात जैसा महसूस होने लगा.सोमवार सुबह भी स्मॉग की समस्या के चलते बाजार में लोगों की आवाजाही कम रही. वाहन चालकों को दिन में वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा. लोग प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क लगाकर चलते दिखाई दिए.

अलवर : दिल्ली और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के धुएं की वजह से अलवर और भिवाड़ी की आबोहवा खराब होने लगी है. भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर खतरे को पार कर चुका है. वहीं, अलवर में भी एक्यूआई 200 से ज्यादा पहुंच चुका है. ऐसे में लोगों की तकलीफें बढ़ गई हैं. लोगों को सांस लेने में परेशानी और आखों में जलन होने लगी है. वहीं, चिकित्सक प्रदूषण से बचने के लिए मास्क लगाकर चलने की सलाह दे रहे हैं.

दिल्ली में इन दिनों प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है. इसका सीधा असर भिवाड़ी एवं अलवर जिले में भी दिखाई पड़ रहा है. सोमवार को भिवाड़ी का एक्यूआई बढ़कर 448 के खतरनाक स्तर पर पहुुंच गया तो अलवर में भी प्रदूषण का स्तर सोमवार को 293 तक पहुंच गया. सुबह आसमान में स्मॉग छाया रहा. स्मॉग के चलते दोपहर के समय धूप भी मंद रही.

अलवर और भिवाड़ी में वायू प्रदूषण का स्तर (ETV Bharat Alwar)

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प्रदूषण कम करने के लिए ग्रेप लागू : वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से दिल्ली एवं एनसीआर में ग्रेप की पाबंदी लागू की गई है. अलवर और भिवाड़ी एनसीआर में शामिल होने के कारण यहां भी ग्रेप थ्री की पाबंदी लागू है. इसके चलते पूरे अलवर जिले में खनन कार्य, निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सड़कों पर धूल के कण उड़ने से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पानी छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं. ग्रेप की पाबंदियों के बावजूद अलवर व भिवाड़ी में एक्यूआई में बढ़ोतरी का दौर जारी है.

प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयास जारी : प्रदूषण नियंत्रण मंडल अलवर के क्षेत्रीय अधिकारी दीपेंद्र कुमार झीरवाल ने बताया कि अलवर शहर का एक्यूआई संतोषजनक रहता है, लेकिन रविवार शाम को अलवर में एक्यूआई का स्तर कुछ बढ़ा है. तापमान में कमी एवं हवा की गति धीमी होने से रविवार शाम को स्मॉग छाया रहा. अलवर में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय कर कार्रवाई की जा रही है. अलवर में ग्रेप थ्री लागू है, इसमें खनन, निर्माण सहित अनेक कार्य बंद हैं. सम्बन्धित विभाग ग्रेप की पालना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सड़कों पर उड़ने वाली मिट्टी के लिए पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. अलवर में प्रदूषण को कम करने के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है.

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अलवर क्षय रोग अस्पताल के चिकित्सक डॉ अजीत सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों में मौसम में बदलाव आया है. रविवार को दोपहर बाद से स्मॉग छाने लगा है. इससे लोगों को सांस लेने में समस्या और बार-बार खांसी आने लगी है. इसके बचाव के लिए लोगों को मास्क लगाकर घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है. बदलते मौसम के कारण लोगों को इन दिनों ठंडी चीज कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम सहित अन्य ठंडे पेय पदार्थों से बचना चाहिए. लोगों को किसी प्रकार की समस्या हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें.

क्या कहते हैं लोग : खैरथल-तिजारा जिले के ईश्वर सिंह का कहना है कि बीते तीन दिनों से उन्हें स्मॉग के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है. मास्क लगाने के बाद भी परेशानी हो रही है. सोमवार को हालत ज्यादा खराब होने के कारण वे अलवर में चिकित्सक से परामर्श लेने आए. अलवर शहर निवासी नरेश कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर के समय मौसम में अचानक बदलाव आया और कोहरा जैसा छा गया. स्मॉग के चलते शाम को ही रात जैसा महसूस होने लगा.सोमवार सुबह भी स्मॉग की समस्या के चलते बाजार में लोगों की आवाजाही कम रही. वाहन चालकों को दिन में वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा. लोग प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क लगाकर चलते दिखाई दिए.

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