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प्रधानमंत्री आवास में हीटवेव से बीमार हुआ बंदर का बच्चा, कर्मचारियों ने रेस्क्यू कर बचाई जान - Monkey fell ill in PM residence

Baby monkey rescued in Delhi: भीषण गर्मी में आम आदमी से लेकर पशु पक्षी और जानवर तक बेहाल है. गर्मी की वजह से एक बंदर का बच्चा प्रधानमंत्री आवास के अंदर बेहोश हो गया. आवास के कर्मचारियों ने बंदर को देखा और उसकी जान बचाई.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 12, 2024, 7:49 PM IST

नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच बुधवार को दिल्ली का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा. भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास में बंदर का बच्चा हीटवेव के कारण बीमार हो गया. सूचना पर वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था ने बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कर उसकी जान बचा ली. हीट स्ट्रोक और हाइपरथर्मिया से पीड़ित बंदर सुस्त, डीहाइड्रेट हो गया था. इसकी वजह से वह चल भी नहीं पा रहा था. उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी.

वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था से प्राप्त जानकारी के मुताबिक संस्था के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर बंदर को बचाने के लिए पीएम आवास के कर्मचारियों ने सूचना दी. मौके पर संस्था की रैपिड रिस्पांस यूनिट भेजी गई. बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कर वाइल्ड लाइफ एसओएस की उपचार सुविधा में ले जाया गया. जहां पर चिकित्सा टीम ने बंदर की स्थिति का आकलन किया. इसके बाद गंभीर रूप से डीहाइड्रेट व हाइपरथर्मिया की पुष्टि हुई. टीम ने बंदर को तरल पदार्थ, मल्टीविटामिन पेय, पुनर्जलीकरण के लिए ओआरएस दिया गया. चिकित्सा टीम द्वारा प्रदान किए गए उपचार के कारण बंदर के स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दिया. फिलहाल बंदर को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक निगरानी में रखा गया है.

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वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण का कहना है कि, "हीट स्ट्रोक के मामलों में पशु के स्वास्थ्य और अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए निवारक उपाय के रूप में त्वरित कार्रवाई महत्वपूर्ण है. बंदर के लिए तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप और चल रहे उपचार ने शहरी वन्यजीवों के संरक्षण के लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है. वाइल्डलाइफ एसओएस के निदेशक-विशेष परियोजना वसीम अकरम ने कहा कि हम प्रधानमंत्री आवास के कर्मचारियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हैं, जिन्होंने बंदर के उपचार के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क किया. उनकी दूरदर्शिता ने शिशु पशु को जीवन रेखा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है."

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नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच बुधवार को दिल्ली का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा. भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास में बंदर का बच्चा हीटवेव के कारण बीमार हो गया. सूचना पर वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था ने बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कर उसकी जान बचा ली. हीट स्ट्रोक और हाइपरथर्मिया से पीड़ित बंदर सुस्त, डीहाइड्रेट हो गया था. इसकी वजह से वह चल भी नहीं पा रहा था. उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी.

वाइल्डलाइफ एसओएस संस्था से प्राप्त जानकारी के मुताबिक संस्था के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर बंदर को बचाने के लिए पीएम आवास के कर्मचारियों ने सूचना दी. मौके पर संस्था की रैपिड रिस्पांस यूनिट भेजी गई. बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कर वाइल्ड लाइफ एसओएस की उपचार सुविधा में ले जाया गया. जहां पर चिकित्सा टीम ने बंदर की स्थिति का आकलन किया. इसके बाद गंभीर रूप से डीहाइड्रेट व हाइपरथर्मिया की पुष्टि हुई. टीम ने बंदर को तरल पदार्थ, मल्टीविटामिन पेय, पुनर्जलीकरण के लिए ओआरएस दिया गया. चिकित्सा टीम द्वारा प्रदान किए गए उपचार के कारण बंदर के स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दिया. फिलहाल बंदर को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक निगरानी में रखा गया है.

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वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण का कहना है कि, "हीट स्ट्रोक के मामलों में पशु के स्वास्थ्य और अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए निवारक उपाय के रूप में त्वरित कार्रवाई महत्वपूर्ण है. बंदर के लिए तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप और चल रहे उपचार ने शहरी वन्यजीवों के संरक्षण के लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है. वाइल्डलाइफ एसओएस के निदेशक-विशेष परियोजना वसीम अकरम ने कहा कि हम प्रधानमंत्री आवास के कर्मचारियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हैं, जिन्होंने बंदर के उपचार के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क किया. उनकी दूरदर्शिता ने शिशु पशु को जीवन रेखा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है."

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