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धर्म विशेष का है हत्यारा इसलिए हेमंत के होंठ सिले हुए, कोई रामजी होता तो तल्ख होता रवैया: बाबूलाल मरांडी - Chauhan Hembram murder case - CHAUHAN HEMBRAM MURDER CASE

Havildar Murder Case. बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को हवालदार चौहन हेंब्रम के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हत्यारा धर्म विशेष का है इसलिए राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए है.

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हवलदार के परिजनों से मुलाकात करते मंत्री (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 17, 2024, 8:08 PM IST

गिरिडीह: हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. इसलिए एक आदिवासी हवालदार की हत्या पर भी सरकार गंभीर नहीं है. यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहीं. बाबूलाल मरांडी शनिवार को हजारीबाग में ड्यूटी के दौरान एक सजायाफ्ता अपराधी के हाथों मारे गए हवालदार चौहान हेंब्रम के परिजनों से मिलने उनके बिशनीशरण स्थित आवास पर पहुंचे. बाबूलाल के साथ असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा भी साथ मौजूद रहे. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हत्यारा धर्म विशेष का है इसलिए राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि एक आदिवासी कांस्टेबल की मौत पर भी हेमंत सोरेन तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं.

संवाददाता आबिद अंसारी की रिपोर्ट (ETV BHARAT)

परिजनों से नहीं मिलने देने पर बिफरे बाबूलाल

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वह यहां राजनीति करने नहीं आए थे, बल्कि एक पीड़ित परिवार को संतावना देने और उनके आंसू पोछने आए हैं. लेकिन उन्हें मृतक चौहान हेंब्रम के परिजनों से मिलने का मौका तक नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मृतक के बीवी-बच्चों को दूसरी जगह भिजवा दिया. हेमंत सोरेन ने न तो खुद पीड़ित परिवार की सुध ली और न ही सरकार के कोई प्रतिनिधि सांत्वना देने आए. जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन खुद इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

मृतक की मां को मिला आर्थिक सहयोग

बाबूलाल मरांडी समेत अन्य लोगों ने शहीद कांस्टेबल की वृद्ध मां से मुलाकात की. मौके पर उन्होंने मृतक की मां को आर्थिक सहयोग दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल वह पीड़ित परिवार के लिए अपने स्तर से सहयोग कर रहे हैं. आगे भी संगठन के स्तर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा. राज्य सरकार को शहीद कांस्टेबल की बूढ़ी मां का ख्याल करना चाहिए. उनकी वृद्धावस्था को देखते हुए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. बाबूलाल ने कहा कि वह आशा करते हैं कि राज्य सरकार मृतक के आश्रितों को सरकारी प्रावधान के मुताबिक लाभ दिलाने की कोशिश करेगी. साथ ही हत्यारा शाहिद अंसारी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम करेंगे. मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी, पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी, भाजपा नेता राजेश पोद्दार, चुन्नुकांत, सुरेंद्र लाल समेत अन्य लोग मौजदू रहे.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, हजारीबाग के शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी शाहिद अंसारी का इलाज चल रहा था. इस दौरान यहां सुरक्षा के लिए गिरिडीह के बेंगाबाद निवासी हवलदार चौहन हेम्ब्रम तैनात थे. इसी बीच मौका पाकर शाहिद ने लोहे के रड से चौहन के सिर पर हमला कर दिया. जिससे चौहन अचेत होकर गिर गया और इसके बाद अपराधी शाहिद ने उसकी हत्या कर दी और मौके पर से फरार हो गया था.

ये भी पढ़ें: हवलदार का हत्यारा 'शाहिद' जल्द होगा गिरफ्तार, पीड़ित परिवार से बोले सीएम हेमंत, एक सदस्य को नौकरी की घोषणा

ये भी पढ़ें: शहीद कांस्टेबल चौहन हेम्ब्रम की मां से मिले असम के सीएम, कहा हत्यारे को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलवाएं हेमंत

गिरिडीह: हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. इसलिए एक आदिवासी हवालदार की हत्या पर भी सरकार गंभीर नहीं है. यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहीं. बाबूलाल मरांडी शनिवार को हजारीबाग में ड्यूटी के दौरान एक सजायाफ्ता अपराधी के हाथों मारे गए हवालदार चौहान हेंब्रम के परिजनों से मिलने उनके बिशनीशरण स्थित आवास पर पहुंचे. बाबूलाल के साथ असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा भी साथ मौजूद रहे. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हत्यारा धर्म विशेष का है इसलिए राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि एक आदिवासी कांस्टेबल की मौत पर भी हेमंत सोरेन तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं.

संवाददाता आबिद अंसारी की रिपोर्ट (ETV BHARAT)

परिजनों से नहीं मिलने देने पर बिफरे बाबूलाल

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वह यहां राजनीति करने नहीं आए थे, बल्कि एक पीड़ित परिवार को संतावना देने और उनके आंसू पोछने आए हैं. लेकिन उन्हें मृतक चौहान हेंब्रम के परिजनों से मिलने का मौका तक नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मृतक के बीवी-बच्चों को दूसरी जगह भिजवा दिया. हेमंत सोरेन ने न तो खुद पीड़ित परिवार की सुध ली और न ही सरकार के कोई प्रतिनिधि सांत्वना देने आए. जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन खुद इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

मृतक की मां को मिला आर्थिक सहयोग

बाबूलाल मरांडी समेत अन्य लोगों ने शहीद कांस्टेबल की वृद्ध मां से मुलाकात की. मौके पर उन्होंने मृतक की मां को आर्थिक सहयोग दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल वह पीड़ित परिवार के लिए अपने स्तर से सहयोग कर रहे हैं. आगे भी संगठन के स्तर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा. राज्य सरकार को शहीद कांस्टेबल की बूढ़ी मां का ख्याल करना चाहिए. उनकी वृद्धावस्था को देखते हुए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. बाबूलाल ने कहा कि वह आशा करते हैं कि राज्य सरकार मृतक के आश्रितों को सरकारी प्रावधान के मुताबिक लाभ दिलाने की कोशिश करेगी. साथ ही हत्यारा शाहिद अंसारी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम करेंगे. मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी, पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी, भाजपा नेता राजेश पोद्दार, चुन्नुकांत, सुरेंद्र लाल समेत अन्य लोग मौजदू रहे.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, हजारीबाग के शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी शाहिद अंसारी का इलाज चल रहा था. इस दौरान यहां सुरक्षा के लिए गिरिडीह के बेंगाबाद निवासी हवलदार चौहन हेम्ब्रम तैनात थे. इसी बीच मौका पाकर शाहिद ने लोहे के रड से चौहन के सिर पर हमला कर दिया. जिससे चौहन अचेत होकर गिर गया और इसके बाद अपराधी शाहिद ने उसकी हत्या कर दी और मौके पर से फरार हो गया था.

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