अयोध्या : रामनगरी में 5 दिवसीय संत मिलन कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर और क्षेत्र व नगर विभाग की टीम मठ-मंदिरों के संतों-महंतों से मुलाकात कर रही है. इसके लिए आरएसएस की ओर से 125 मंदिरों की सूची तैयार की गई है. अभी तक लगभग 110 मंदिरों तक संपर्क का कार्यक्रम पूरा कर लिया गया है.
संत मिलन कार्यक्रम का उद्देश्य लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट को लेकर हुई चूक को सुधारने का है. इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मोर्चा संभाला है. रामनगरी अयोध्या में आरएसएस के प्रांत प्रचारक की टीम संत मिलन कार्यक्रम के तहत मठ-मंदिरों तक पहुंच रही है. इस दौरान अयोध्या के विकास में होने वाली दुश्वारियों और योजनाओं पर चर्चा की जा रही है.
कार्यक्रम के संयोजक महंत जयरामदास ने बताया कि जितने भी स्वजातीय मंदिर हैं, उन सभी को राम भाव प्रचार प्रसार के माध्यम से संवारने का प्रयास किया जाएगा. जिन मंदिरों में किसी अभाव में अव्यवस्था है, उन्हें आर्थिक सहयोग कर संवारा जाएगा. न्यायालय में चल रहे मुकदमे के कारण विकास न होने वाले मंदिरों की व्यवस्था सही करने की भी पहल की जाएगी. इसके लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
अब तक करीब 110 मंदिर में संपर्क किया गया है. मंदिर व्यवस्थापकों की ओर से अयोध्या की गलियों और मार्गों को सुधारने, अयोध्या में वीवीआईपी आगमन के लिए अलग मार्ग बनाए जाने समेत कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं. इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में 10 स्थान पर रैन बसेरे आदि बनाए जाने की जरूरत सामने आई है. संपर्क कार्यक्रम पूरा होने के बाद यह रिपोर्ट उच्च पदाधिकारियों तक पहुंचाई जाएगी.