अयोध्या: पौष शुक्ल तृतीया पर तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव के रूप में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट वार्षीकोत्सव मनाएगी. इस वर्ष यह तिथि 11 जनवरी को पड़ रही है. ट्रस्ट 10, 11 और 12 जनवरी को तीन दिवसीय आयोजन के रूप में धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से संपन्न करेंगी. यह निर्णय राम मंदिर ट्रस्ट ने एक दिवसीय बैठक में लिया. इसके साथ ही राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे 18 मंदिरों की आरती भी भविष्य में दूरदर्शन के माध्यम से दिखाई जाएगी. इसकी व्यवस्था भी की जा रही है.
भारतीय परंपरा से होगा विवाह: राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के आश्रम मणिराम दास छावनी में सोमवार को बैठक आयोजित की गई. जिसमें कई अहम निर्णय भी लिए गए. 2 घंटे तक चली इस बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का 1 वर्ष पूरा हो रहा है. जिस प्रकार से भगवान विवाह पंचमी मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि 6 दिसंबर को पड़ रहा है. इसी के तहत श्री रामालला का जो प्राण प्रतिष्ठा तिथि के अनुसार पौष शुक्ल द्वादशी को करेंगे. जिसे कुर्म द्वादशी भी कहा जाता है. 2025 में यह 11 जनवरी को आएगी. इस दौरान यह पटोत्सव पौष शुक्ल द्वादशी को करेंगे. इससे प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम रखे जाने के लिए सभी ट्रस्टियों ने सहमति दी है. इस उत्सव को भारतीय परंपरा से मनाया जाएगा.
महासचिव चंपतराय ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में अनेक लोगों ने चांदी भगवान को समर्पित किए हैं. लगभग 940 किलो चांदी भारत सरकार की संस्था सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को दिया गया है. जहां चांदी को गलाया गया है. इसके परीक्षण में उत्तम क्वालिटी का चांदी पाया गया है. 71 रेंडम सैंपल लिए गए, जिसमें 64 सैंपल की चांदी 90 से 98 प्रतिशत तक पाई गई. जो कि बहुत ही अच्छा रेशियों है. पूर्व में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा 20 अर्चकों को 6 माह के कराए गए प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाण पत्र सौंप दिया था. अब उन्हें नियुक्त किए जाने के संबंध में एक नियमावली तैयार की गयी है. जो अर्चक इस नियमावली को स्वीकार करेंगे, उन्हें क्रमश मंदिर की सेवा में लिया जाएगा. परिसर में बना रहे सभी 18 मंदिरों में अर्चकों को अलग-अलग समयानुसार कार्य करना होगा. इसके साथ ही कुछ अन्य प्रावधान भी रखे गए हैं.
18 मंदिरों की आरती का प्रसारण दूरदर्शन से: भगवान की आरती के लिए दूरदर्शन अस्थाई व्यवस्था बनाने जा रही है. ट्रस्ट की बैठक में विचार आया है कि जो राम मंदिर के साथ-साथ परिसर में बना रहे 18 मंदिरों की आरती अच्छे क्वालिटी में दिखाई जाएगी. ट्रस्ट के महासचिव संपत राय ने बताया कि बैठक के पहले 70 एकड़ परिसर के दक्षिणी भाग में गेट नंबर 11 के पास 500 लोगों के बैठने का एक अच्छा सभागार, प्रमुख अतिथियों को रोकने के लिए एक विश्रामगृह, ट्रस्ट का ऑफिस और तीन द्वार को बनाने का काम राजकीय निर्माण निगम को दिया गया है. सोमवार को शिलापट का लोकार्पण राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के द्वारा हुआ है.
राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में शामिल रहे 11 सदस्य: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक 4 महीने के बाद आयोजित की गई है. जिसमें संपूर्ण प्रगति विवरण आगामी योजनाओं के संबंध में चर्चा किया जाता है. सोमवार को इस बैठक में 11 ट्रस्टी मौजूद रहे. इस बैठक की अध्यक्षता महंत नृत्य गोपाल दास ने की. इस दौरान महासचिव चम्पतराय, कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी, जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, महंत दिनेंद्र दास, विमलेंद्र मोहन मिश्र, डॉ. अनिल मिश्रा, पूर्व आईपीएस और ट्रस्टी नृपेंद्र मिश्र उडुपी पीठाधीश्वर स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ, समेत 2 अन्य ट्रस्टी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.