अयोध्या : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा प्रशिक्षित 10 अर्चकों को राम मंदिर में सेवा का अवसर प्रदान कर दिया जाएगा. ट्रस्ट द्वारा पूर्व में जारी नियमावली के अनुसार अर्चकों ने अपने आवेदन को जमा कर दिया था. इसके बाद अब उन्हें पूजन में शामिल करने के लिए पहले लगभग तीन दिन का प्रशिक्षण देने के बाद पंचकेश क्रिया संपन्न होने के बाद ही गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा. इसके बाद वे मंदिर के पूजन में शामिल होंगे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा गठित धार्मिक समिति ने सोमवार को शामिल होने वाले सभी चयनित 10 अर्चकों के साथ गणपति भवन में बैठक की. इस दौरान तीन दिवसीय ट्रेनिंग पर चर्चा और जानकारी दी गई. बैठक में पूजन विधि आदि पर विस्तार से जानकारी साझा की गई. इस दौरान धार्मिक समिति के सदस्यगोपाल जी राव, महंत मिथिलेश नंदनी शरण, महंत रामानंदचार्य, डॉ. अनिल मिश्रा समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया रिप्लेशमेंट ट्रेनिंग सोमवार से शुरू हुई है. पहले चरण में 10 अर्चकों को शामिल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से परिसर में मंदिरों के कार्य पूरा होते जाएंगे उसी तरह आगे भी प्रशिक्षित अर्चकों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा. वर्तमान में 10 अर्चकों का चयन किया गया है.
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