नई दिल्ली/नोएडाः एनसीआर में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है. ग्रेटर नोएडा में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मुहिम को तेज कर दी है. प्राधिकरण ने सफाई के लिहाज से पूरे शहर को 18 हिस्सों में बांटते हुए सुपरवाइजर और सेनेटरी इंस्पेक्टर तैनात किए है. गंदगी मिलने पर वे संबंधित वेंडर को सूचित करेंगें, और कूड़ा उठाकर वहां सफाई सुनिश्चित की जाएगी. यह अपने एरिया में कूड़ा डालने वालों पर भी नजर रखेंगें.
दरअसल, बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए एनसीआर में ग्रैप2 ( GRAP) नियम लागू है. इसे ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.
प्राधिकरण के ओएसडी अभिषेक पाठक ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग निर्माण साइटों पर 132 एंटी स्मॉग गन लगाई गई है. इसके साथ ही 66 वाटर टैंकरों से सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि धूल ना उड़ सके. इस काम में एसटीपी से शोधित पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है. अभिषेक पाठक ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. प्राधिकरण की तरफ से अब तक कूड़ा उठाने में लापरवाही करने और कूड़े में आग लगाने वालों पर 80000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी कूड़ा जलता दिखे तो कॉल सेंटर नंबर 0120-2336046/47/48/49 पर सूचना अवश्य दें. इसके साथ ही प्राधिकरण के मित्रा ऐप पर भी इसकी जानकारी दी जा सकती है. उन्होंने निवासियों से ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाए रखने की अपील की है.
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