शिवहर: बिहार के शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड क्षेत्र के मेसौढ़ा पंचायत में जन्मी आवृत्ति कुमारी ने वर्ष 2012 और 13 मई राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता बिरसा मुंडा एथलेटिक्स में भाग लेकर जिले का नाम रौशन किया था. मेसौढ़ा के बबन तिवारी और बिंदा देवी की पुत्री और राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी आवृत्ति कुमारी ने विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए जो मुकाम हासिल किया है वह शिवहर और बिहार के लिए एक मिसाल है.
बिहार के खिलाड़ियों के लिए आवृत्ति मिसालः आवृत्ति ने सीमित साधनों में जिस तरह से विभिन्न एथलीट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया, वो काफी सराहनीय है. 2015 एवं 16 में इंटर यूनिवर्सिटी बिहार गोल्ड, वर्ष 2016 से 17 में इंटरगोल्ड बिहार यूनिवर्सिटी में प्रथम गोल्ड, 2017 एवं 18 में बिहार स्टेट मीट कंपटीशन में फर्स्ट गोल्ड, वर्ष 2018 में एशियन गेम में फर्स्ट गोल्ड, बिहार यूनिवर्सिटी एग्जाम 2018 में फर्स्ट गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली आवृत्ति कुमारी आज एक मिसाल बन कर सामने आई हैं.
कबड्डी से शुरू की खेल जीवन की शुरूआतः 30 वर्षीय अविवाहित आवृत्ति कुमारी ने अपने जीवन की शुरुआत कबड्डी खेल से पिपराही प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय से शुरू किया था. जिला स्तरीय आयोजक के द्वारा प्रोत्साहित नहीं होने के कारण वे रनिंग, डिस्कस थ्रो, शॉट फूट, लॉन्ग जंप वर्ष 2011 से खेलना शुरू की. साइकिल रेस, दौड़ में हमेशा अव्वल रहने वाली आवृत्ति क्षेत्र के खिलाडियों के लिए मिसाल हैं. वर्ष 2010 में प्रमंडलीय स्तरीय गेम में मुजफ्फरपुर में भाग लेकर अपने पसंदीदा खेल डिस्कस थ्रो, लॉन्ग जैंप में कामयाबी हासिल की.
विधानसभा चुनाव 2020 की आईकॉन बनींः उन्होंने सबसे पहले बेतिया राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर तीसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया था. आवृत्ति राष्ट्रीय स्तर पर कर्नाटक, झारखंड के रांची, केरल, भोपाल मध्य प्रदेश, पटियाला में दो बार, कोलकाता कल्याणी यूनिवर्सिटी में दो बार, बैंगलोर, सोलापुर, अमरावती, दिल्ली सहित कई राष्ट्रीय स्तर खेल में पार्टिसिपेट कर प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान, तृतीय स्थान प्राप्त कर मेडल प्राप्त किया. आवृत्ति की प्रतिभा को देखते हुए तत्कालीन जिला पदाधिकारी अरशद अजीज द्वारा उन्हें लोकसभा चुनाव 2019, विधानसभा चुनाव 2020 के लिए आईकॉन बनाया गया.
"कोच व ट्रेनर संदीप कुमार बॉबी सिंह का मेरी सफलता में बहुत बड़ा योगदान रहा है. सरकार एवं प्रशासन के द्वारा हमें प्रोत्साहित नहीं किया गया, जिस कारण हम आज अपेक्षित हैं"- आवृत्ति कुमारी, एथलेटिक
बच्चों को देती हैं फिजिकल ट्रेनिंगः अपने जज्बे और जुनून से ओत-प्रोत आवृत्ति जिला, राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर निरंतर खेलती रहीं. फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी आवृत्ति बीपीईडी करके एमपीएडी कर रही हैं. मुजफ्फरपुर के एक स्कूल में बच्चों को फिजिकल ट्रेनिंग भी दे रही हैं और मुजफ्फरपुर नितिश्वर कॉलेज की छात्र संघ की अध्यक्ष हैं. नौकरी की तलाश में अभी तक अविवाहित हैं.
ये भी पढे़ंः बिहार के खिलाड़ियों ने नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता 11 पदक, मंत्री ने किया सम्मानित