मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: लोगों को रोजगार मुहैया कराने के मकसद से नगर पंचायत खोंगापानी में अटल बाजार बनाया गया. सरकार का इरादा था कि लोगों को अपना रोजगार शुरु करने का मौका दिया जाए. आस पास के लोग सालों से इस इंतजार में थे कि एक दिन इन दुकानों का आवंटन किया जाएगा. दुकानों का आवंटन तो दूर शासन ने अपने ही बनाए दुकानों को जमींदोज कर दिया. दुकानें जब से बनी थी इन इनका लोकार्पण तक नहीं हुआ था. खोंगापानी में बने इन दुकानों का दुर्भाग्य इतना खराब रहा कि लोकार्पण की आस में ये अपना अस्तित्व ही गंवा बैठे.
अटल बाजार को तोड़ना कहीं से उचित नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस अटल बाजार का लोकार्पण भी नहीं हुआ था. अटल बाजार का लाभ युवाओं और रोजगार करने वाले लोगों को मिलना चाहिए था. नगर पंचायत अध्यक्ष की मनमानी से ये काम किया गया है. प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए.-जगदीश मधुकर, नेता प्रतिपक्ष, खोंगापानी
15 साल पूर्व अटल बाजार भवन का निर्माण हुआ था. 5 सालों तक कांग्रेस पार्टी की छत्तीसगढ़ में सरकार रही आखिर इस भवन का लोकार्पण क्यों नहीं कराया गया. अब यह भवन जर्जर हो चुका है इसलिए इसे तोड़कर हमर क्लीनिक शासन की महत्वाकांक्षी योजना के लिए भवन बनाया जाएगा. चूंकि मैंने अपनी परिषद में इस बात को रखा और सब की सहमति को लेकर इस निर्माण को कराया जाएगा. विपक्ष का आरोप निराधार है. - धीरेंद्र विश्वकर्मा, अध्यक्ष, नगर पंचायत, खोंगापानी
मिट्टी में मिल गया खोंगपानी में बना अटल बाजार: लाखों की रुपए की लागत से अटल बाजार का निर्माण किया गया. शासन ने यहां पर दुकानें भी बनवाई. दुकान किसी को भी शासन की ओर से आवंटित भी नहीं किया गया. बाद में यहां पशु औषधालय जरुर खोल दिया गया. एमसीबी नगर पंचायत में विपक्ष की भूमिका निभा रहे कांग्रेस ने अब इस पर आवाज बुलंद की है. कांग्रेस का आरोप है कि पंचायत अध्यक्ष की मनमानी के चलते भवन को गिरा दिया गया. बाजार को तोड़कर अब यहां पर हमर क्लिनिक बनाया जा रहा है. कांग्रेस की दलील है कि अगर क्लिनिक ही बनाना था तो कहीं और बनाया जाता. यहां दुकानें आवंटित होने से लोगों को रोजगार मिलता.