सिरमौर: को-ऑपरेटिव बैंक नौहराधार में करोड़ों के बैंक घोटाला करने वाले आरोपी सहायक प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस आरोपी को अदालत में पेश करने की तैयारी कर रही है. पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी है.
जानकारी के अनुसार बीती 10 अगस्त को बैंक प्रबंधन की तरफ से संगड़ाह पुलिस थाना में इस संदर्भ में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. शिकायत में कहा गया था कि 5 अगस्त को हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक सीमित शाखा कार्यालय नौहराधार से जिला कार्यालय नाहन को सूचना प्राप्त हुई कि ज्योति प्रकाश सहायक प्रबंधक नौहराधार शाखा द्वारा कुछ संदिग्ध लेनदेन किया गया है, जो स्पष्ट रूप से पता नहीं चल रहा है.
किसान क्रेडिट कार्ड से फर्जी खाते खोले
सूचना का संज्ञान लेते हुए 6 अगस्त को जिला कार्यालय नाहन में इस गड़बड़ी को ढूंढने की कोशिश की गई. इस विषय की जांच के लिए डाटा सैंटर शिमला को कहा गया. 8 अगस्त को डाटा सैंटर द्वारा उन्हें जानकारी दी गई कि शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड के बहुत सारे खाते खुले हैं. खातों के नंबर भी उनके द्वारा भेजे गए. इसके बाद 9 अगस्त को जिला कार्यालय नाहन में खातों की विस्तृत जांच की गई और यह पाया कि शाखा के सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए एक साथ किसान क्रेडिट कार्ड के कई फर्जी खाते खोले, जिनकी कुल स्वीकृत राशि रुपए 4 करोड़ 2 लाख के लगभग बनती थी. इस राशि को ज्योति प्रकाश द्वारा विभिन्न टर्म लोन बैंक ऑन डिपॉजिट और कैश क्रेडिट लिमिट बैंक ऑन डिपॉजिट के खातों में ट्रांसफर करके उन्हें बंद कर दिया गया.
आरोपी के खातों की जुटाई गई जानकारी
इस प्रकार ज्योति प्रकाश ने 4 करोड़ 2 लाख रुपए का गबन किया गया था. इस पर 10 अगस्त को ज्योति प्रकाश के खिलाफ संगड़ाह पुलिस थाना में केस दर्ज कर इसकी गंभीरता को देखते हुए एसएचओ संगड़ाह के नेतृत्व में एसएसपी सिरमौर द्वारा एसआईटी का गठन किया गया. जांच के दौरान आरोपी ज्योति प्रकाष पुत्र प्रदीप कुमार निवासी गांव भूईरा, तहसील राजगढ़ जो नौहराधार शाखा में सहायक शाखा प्रबंधक के तौर पर कार्यरत था के विभिन्न बैंकों में खुलवाए गए खातों की जानकारी के लिए पत्राचार किया गया. पुलिस के अनुसार लेन देन वाले खातों को फ्रीज कर गहनता से जांच की गई और आरोपी की पत्नी के खातों की जानकारी प्राप्त की गई.
2012 नौहराधार में था तैनात
मामले से संबंधित सभी कागजात को पुलिस ने कब्जे लिया. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपी ज्योति प्रकाश जो साल 2012 से इस शाखा में कार्यरत हुआ था, अभी तक इसी बैंक में तैनात है. आरोपी लोगों की एफडीआर चैक बुक को बैंक में अपने पास रखता था. लोगों में इतना विश्वास पैदा कर दिया था कि इस पर कोई शक न कर सके. तफ्तीश के दौरान आरोपी ज्योति प्रकाश को पुलिस थाना संगड़ाह में गिरफ्तार किया गया.
एसएसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि, 'बैंक का ऑडिट करवाया जा रहा है, जिसमें हर सच्चाई का पता चलने पर आगामी जानकारी दी जाएगी. ऑडिट के बाद ही पता चल पाएगा कि यह पैसा इनके पास कहां से आया है और इन्होंने यह पैसा किसे दिया है. इसमें और कितने लोग शामिल हैं, जिसकी गहनता से अभी पूछताछ की जानी बाकी है. उन्होंने बताया कि आज रविवार को आरोपी ज्योति प्रकाश को अदालत में पेश किया जाएगा. मामले में आगामी जांच जारी है.'
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