अजमेर: विधानसभा अध्यक्ष और अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने शनिवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में पीएम नरेंद्र मोदी के अभियान 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत परिसर में एक पौधा लगाया. साथ ही अन्य लोगों को भी आत्यमिता रखते हुए मां के नाम पौधारोपण करने के लिए प्रेरित किया. देवनानी ने कहा कि पौधा लगाने के साथ उस पौधे की देखभाल करना भी बेहद जरूरी है. तभी सही मायने में हम पर्यावरण में सुधार ला सकते हैं.
देवनानी ने कहा कि 2007 में उत्तर भारत में पहली राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर में खोला गया था. यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है. मेरे मन में था कि यहां मुझे एक पौधा मां के नाम लगाना था. देवनानी ने कहा कि राजस्थान में पानी कम है और गर्मी ज्यादा. ऐसे में यहां पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए पेड़ लगाना काफी आवश्यक है. इसी तरह देश में भी पेड़ के बिना पर्यावरण असंतुलन से लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. पेड़ के साथ लोगों का आत्मिक लगाव रहना आवश्यक है. मां के साथ हर व्यक्ति का लगाव रहता है.
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने की प्रेरणा दी है. कॉलेज कैंपस में एक पेड़ लगाकर मेरे मन को सुखद अनुभूति हुई है. भारतीय संस्कृति में हमेशा से पेड़ का महत्व रहा है. सदियों से भारतीय संस्कृति में पेड़ों की पूजा करते आए हैं. यह भाव नई पीढ़ी में भी जगे. इसलिए शिक्षण संस्थानों में भी अभियान चलाया जा रहा है. देवनानी ने कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों को भी एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत पौधा लगाने और उसकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया.
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37 वर्ष बाद मिली अजमेर को दूसरी यूनिवर्सिटी: देवनानी ने कहा कि माखुपुरा स्थित महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ बडलिया में राजकीय अभियांत्रिकी कॉलेज भी बना. बीच में लंबे अंतराल में काम नहीं हो सका. अजमेर में 1987 के बाद अब एक और विश्वविद्यालय की स्थापना होने जा रही है. 37 वर्ष के बाद अजमेर में आयुर्वेद, योग और प्रकृति के विश्वविद्यालय की स्थापना होगी. उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज भी 100 करोड़ की लागत से आईटी संस्था बनेगी. शिक्षा की दृष्टि से अजमेर और भी आगे बढ़े, इसके प्रयास किये जाते रहेंगे.