टीकमगढ़। असम पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में कांग्रेस के टीकमगढ़ विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के आवास पर छापामार कार्रवाई की है. बुधवार सुबह असम पुलिस सहित मध्य प्रदेश पुलिस की भारी भरकम टीम विधायक के आवास पर पहुंची और ताबड़तोड़ जांच पड़ताल शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि विधायक के बेटे शाश्वत सिंह बुंदेला पर असम में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है, लेकिन वह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. उन्हीं की तलाश में असम पुलिस ने विधायक के घर छापामार कार्रवाई की है. इसके अलावा कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं. हालांकि इस मामले में कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह और असम पुलिस की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है.
सुबह सवेरे पुलिस का छापा
टीकमगढ़ शहर में उस समय हड़कम्प मच गया. जब ताल दरवाजा मोहल्ले में कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के घर पर असम पुलिस ने छापामार कार्रवाई की. भारी पुलिस बल देखकर विधायक के परिजन घबरा गए. गौरतलब है कि टीकमगढ़ विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के पुत्र शाश्वत सिंह बुंदेला पर छह माह पहले आसाम पुलिस ने छापामार कार्रवाई की थी और 64 करोड़ के धोखाधड़ी के मामले में विधायक पुत्र सहित 14 लोगोंं पर धारा 420 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
उस समय विधायक पुत्र पुलिस के हाथ नहीं लगे थे. तब से असम कोर्ट में धोखाधड़ी का मामला चल रहा है और आज फिर उसी मामले को लेकर असम पुलिस के 6 अधिकारी और 24 सिपाहियों सहित स्थानीय पुलिस के साथ छापामार कार्रवाई की. टीम ने टीकमगढ विधायक के मकान पर करीब 6 घंटे तक पड़ताल की. असम पुलिस अपने साथ तमाम दस्तावेज लेकर गए और विधायक के पुत्र के बारे में पूछताछ की. हालांकि पुलिस टीम मीडिया से दूरी बना रखी. टीकमगढ़ विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला भी मीडिया से दूर रहे. मीडिया ने घटना की जानकारी को लेकर संपर्क भी किया, मगर उन्होंने मीडिया से दूरी बनाकर रखी.
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विधानसभा चुनाव के पहले भी पड़ा था छापा
गौरतलब है किसी मामले में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले असम पुलिस ने यादवेंद्र सिंह बुंदेला के आवास पर छापा मारा था. तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था और पुलिस को भी काफी विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार असम पुलिस और कांग्रेस विधायक ने मामला कोर्ट में होने का हवाला देकर किसी भी तरह की बयानबाजी से इनकार कर दिया है. हालांकि इस पूरे मामले को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है. फिलहाल विधायक पुत्र की असम पुलिस को अभी भी तलाश है.