मुजफ्फरपुर: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बीते दिनों मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने का समर्थन किया था. इसको लेकर उनपर हमला जारी है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि धर्म के आधार पर नए भारत में मुस्लिमों को आरक्षण नहीं दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने लालू यादव को तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के साथ पाकिस्तान जाने की सलाह भी दे डाली.
लालू पर सरमा का हमला: लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार मुजफ्फरपुर में चुनावी जनसभा की जा रही है. तमाम दिग्गज नेताओं का दौरा जारी है. इसी क्रम में शनिवार को जिले के कटरा प्रखंड के जजुआर हाईस्कूल के प्रांगण में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पहुंचे थे और जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव पर जमकर बरसे.
मुस्लिम आरक्षण पर असम के सीएम का बयान: मुसलमानों के रिजर्वेशन पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव बिहार में मुसलमानों को रिजर्वेशन दिलाना चाहते हैं. यह कभी मुमकिन नहीं है. अगर इतनी चिंता है अपने दोनों बेटों को साथ लेकर पाकिस्तान चले जाएं. वहीं मुसलमानों को रिजर्वेशन दिलवा दें. यह नया भारत है यहां मदरसों से पढ़कर मुल्ला नहीं बनेगा.
"हमारे सामने एक समुदाय ने तुष्टिकरण की राजनीति करके पूरे राज्य पर कब्जा कर लिया था. मैं जब सीएम बना मेरे पास फाइल आई कि मदरसा टीचर को सैलरी देनी चाहिए. मैंने अधिकारी को बुलाकर पूछा कि मदरसा से क्या होता है. अधिकारी ने कहा कि मदरसे से साहब मुल्ला बनता है. मैंने अधिकारी से पूछा कि तुम मुल्ला बनाने का ठेका ले रखे हो क्या? यह हमारा नया भारत है. बच्चा यहां डॉक्टर इंजीनियर बनेगा. हमें मदरसा नहीं स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी चाहिए."- हिमंत बिस्वा सरमा, मुख्यमंत्री, असम
हिमंत बिस्वा सरमा का विवादित बयान: हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कई उपलब्धियां गिनाई. राम मंदिर को लेकर चर्चा हुई. खुले मंच से उन्होंने ने कहा कि बाबरी मस्जिद को हटाकर राम मंदिर बनाया गया. नया भारत है हर साल 5 लाख लोगों को राम मंदिर का मुफ्त दर्शन करवाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही 4 शादी करने की दुकान बंद हो जाएगी.
20 मई को मतदान: बता दें कि मुजफ्फरपुर में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है. टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी से नाराज सांसद अजय निषाद इस बार कांग्रेस से ताल ठोक रहे हैं. एनडीए ने राजभूषण निषाद को मैदान में उतारा है. असम के सीएम ने राजभूषण निषाद के पक्ष में जनता से वोट मांगा.