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आसींद का खारी बांध 27 साल बाद लबालब, बहने लगी खारी नदी तो लोगों ने की चुनरी ओढ़ाकर पूजा - khari dam full in bhilwara - KHARI DAM FULL IN BHILWARA

भीलवाड़ा जिले की खारी नदी में 27 साल बाद पानी आने पर क्षेत्र के लोगों ने चुनरी ओढ़ाकर नदी की पूजा की. इस नदी पर बना खारी बांध भरने से शनिवार सुबह इस पर चादर चलने लगी.

KHARI DAM FULL IN BHILWARA
आसींद क्षेत्र की खारी नदी को चुनरी ओढ़ाकर पूजा करते ग्रामीण (Photo ETV Bharat Bhilwara)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 7, 2024, 3:58 PM IST

भीलवाड़ा: आसींद का प्रमुख खारी बांध लबालब 27 साल बाद लबालब हुआ है. इस चादर चलने के बाद अब खारी नदी भी तीव्र वेग से बह रही है. खारी नदी जिस गांव में पहुंच रही है, उस क्षेत्र के वासी नदी की पूजा अर्चना कर रहे हैं.

उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह राजावत ने बताया कि खारी बांध का जलग्रहण क्षेत्र राजसमंद जिले में आता है. इस बार वहां मानसून की अच्छी बारिश होने के कारण 21 फीट भराव क्षमता का खारी बांध लबालब हो गया. शनिवार सुबह चादर चल गई है. इसका पानी खारी नदी के जरिए आसींद, परासोली, शंभूगढ़, अंटाली होते हुए ब्यावर जिले के प्रमुख नारायण सागर बांध में पहुंचता है.

पढ़ें: पार्वती बांध के 10 गेट खोले, करीब 50 गांव पर बाढ़ का संकट

नारायण सागर बांध की नींव भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने रखी थी. 16 फीट भराव क्षमता वाले नारायण सागर बांध में वर्तमान में नेखाडी नदी से पानी आने के कारण भी 11 फीट पानी आ चुका है, लेकिन अब खारी बांध भरने के कारण खारी नदी का पानी शाम तक नारायण सागर बांध में पहुंच जाएगा. ऐसे में अब क्षेत्र वासियों की उम्मीद भी जगी है.

ढोल नगाड़ों से किया पानी का स्वागत: क्षेत्र की खारी नदी यहां पूजनीय है. खारी बांध लबालब होने के कारण शनिवार को नदी में पानी आया. नदी में ज्योंही पानी पहुंचा, गांव वाले ढोल नगाड़ों की धुन पर मंगल गीत गाते हुए नदी के किनारे पहुंचे और नदी चुनरी ओढ़ा कर पूजा की.

भीलवाड़ा: आसींद का प्रमुख खारी बांध लबालब 27 साल बाद लबालब हुआ है. इस चादर चलने के बाद अब खारी नदी भी तीव्र वेग से बह रही है. खारी नदी जिस गांव में पहुंच रही है, उस क्षेत्र के वासी नदी की पूजा अर्चना कर रहे हैं.

उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह राजावत ने बताया कि खारी बांध का जलग्रहण क्षेत्र राजसमंद जिले में आता है. इस बार वहां मानसून की अच्छी बारिश होने के कारण 21 फीट भराव क्षमता का खारी बांध लबालब हो गया. शनिवार सुबह चादर चल गई है. इसका पानी खारी नदी के जरिए आसींद, परासोली, शंभूगढ़, अंटाली होते हुए ब्यावर जिले के प्रमुख नारायण सागर बांध में पहुंचता है.

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नारायण सागर बांध की नींव भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने रखी थी. 16 फीट भराव क्षमता वाले नारायण सागर बांध में वर्तमान में नेखाडी नदी से पानी आने के कारण भी 11 फीट पानी आ चुका है, लेकिन अब खारी बांध भरने के कारण खारी नदी का पानी शाम तक नारायण सागर बांध में पहुंच जाएगा. ऐसे में अब क्षेत्र वासियों की उम्मीद भी जगी है.

ढोल नगाड़ों से किया पानी का स्वागत: क्षेत्र की खारी नदी यहां पूजनीय है. खारी बांध लबालब होने के कारण शनिवार को नदी में पानी आया. नदी में ज्योंही पानी पहुंचा, गांव वाले ढोल नगाड़ों की धुन पर मंगल गीत गाते हुए नदी के किनारे पहुंचे और नदी चुनरी ओढ़ा कर पूजा की.

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