रायपुर: छत्तीसगढ़ के पुलिस कप्तान में कोई बदलाव नहीं होगा. केंद्र सरकार की तरफ से छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा को 6 महीने का और एक्सटेंशन दिया गया है. यह आदेश भारत सरकार की तरफ से जारी किया गया है. इस आदेश के मुताबिक अब अशोक जुनेजा पद पर बने रहेंगे. राज्य सरकार ने अशोक जुनेजा को लेकर कार्य विस्तार से जुड़ी सिफारिश को केंद्र सरकार को भेजा था. इस सिफारिश को केंद्र सरकार ने मान लिया है और अशोक जुनेजा को एक्सटेंशन दिया है.
अगस्त में रिटायर होने वाले थे अशोक जुनेजा: अशोक जुनेजा अगस्त के महीने में रिटायर होने वाले थे. राज्य सरकार के फैसले के बाद से अशोक जुनेजा को अब 6 महीने का कार्य विस्तार मिला है. अब वह 6 महीने बाद रिटायर होंगे. इससे पहले भूपेश सरकार ने भी डीजीपी अशोक जुनेजा की सेवा में वृद्धि की थी और उन्हें डीजीपी के पद पर बनाए रखा था. एक्सटेंशन मिलने के बाद अशोक जुनेजा फरवरी 2025 तक छत्तीसगढ़ के डीजीपी बने रहेंगे.
अशोक जुनेजा को एक्सटेंशन देने के पीछे क्या है वजह ?: अशोक जुनेजा को कार्य विस्तार दिए जाने के पीछे कई वजहें गिनाई जा रही है. जानकार बताते हैं कि बीजेपी सरकार आने के बाद से जिस तरीके से नक्सलियों पर फोर्स की स्ट्राइक हुई है उससे लाल आतंक बैकफुट पर है. इस कामयाबी को सरकार डीजीपी से जोड़कर भी देख रही है. इसलिए उन्हें कार्य विस्तार मिला है. सरकार को ऐसा भी लगता है कि अगर अशोक जुनेजा हटते हैं तो नक्सल ऑपरेशन पर असर पड़ सकता है. इसलिए केंद्र सरकार को राज्य सरकार ने अशोक जुनेजा का एक्सेटेंशन देने का सिफारिश भेजा.
अशोक जुनेजा कब बने थे डीजीपी ?: 1 नवंबर 2021 को तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी को हटाकर अशोक जुनेजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी डीजीपी बनाया गया था. इसके 10 महीने बाद राज्य सरकार ने 5 अगस्त 2022 को पूर्णकालिक तौर पर डीजीपी बना दिया. अशोक जुनेजा के रिटायरमेंट के बीच नए डीजीपी को लेकर प्रदेश में सरगर्मी तेज थी. आखिर जुनेजा के रिटायर होने के बाद प्रदेश के डीजीपी का पद किसे मिलेगा. इसमें कई नाम मीडिया में आए थे,जिसमें आईपीएस अरुण देव गौतम को नए डीजीपी बनाया जा सकता था गौतम 1992 बैच के आईपीएस अफसर हैं. इसके अलावा 1992 बैच के ही आईपीएस पवन देव ,1994 बैच के आईपीएस हिमांशु गुप्ता के साथ राजेश मिश्रा का नाम भी डीजीपी की रेस में शामिल था.