कोटा. भारतीय जनता पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने पर शनिवार को प्रहलाद गुंजल का अभिनंदन समारोह जिला कांग्रेस कमेटी दफ्तर में देहात कांग्रेस की तरफ से किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हिंडोली विधायक अशोक चांदना ने कहा कि गुंजल के कांग्रेस ज्वाइन करने से भाजपा प्रत्याशी की सांसे ऊपर-नीचे हो गईं.
उन्होंने कहा कि गुंजल ही कांग्रेस प्रत्याशी होंगे. इसकी घोषणा एआईसीसी करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि बीते चुनाव में चुनाव में कैंडिडेट चार-चार घंटे विश्राम कर लेते थे. कार्यकर्ताओं को भी लगता था कि उम्मीदवार की इच्छा शक्ति नहीं है, लेकिन जैसे ही नाम प्रहलाद गुंजल का सामने आया है. कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता खड़ा हो गया है और भारतीय जनता पार्टी से दो-दो हाथ करने को तैयार है.
कैंडिडेट का नाम सामने आने पर ही भारतीय जनता पार्टी के नेता जो फूल कर घूम रहे थे और कह रहे थे कि लाखों से जीतेंगे. अब उनकी सांसे ऊपर-नीचे हो रही हैं. इस बार कार्यकर्ता भी सोच रहा है कि धुंआ निकाल देंगे. पहली बार ऐसा लग रहा है कि जीतने वाले घोड़े पर दांव लगाया जा रहा है. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि इस बार संघर्ष महाभीषण होगा. इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष देहात भानु प्रताप सिंह, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, पूर्व विधायक पूनम गोयल, महेंद्र राजोरिया व इकराम खान मौजूद थे.
लिफाफा राम पर भी कंसा तंज: अशोक चांदना ने कहा कि अब कुछ लोग ऐसे भी सामने आएंगे, जिनको कांग्रेस में दर्द शुरू हो जाएगा. वह कहेंगे कि उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंच गई है. ऐसे लोग लिफाफा राम हैं. अचानक से यह सभी लोग प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित हो जाएंगे, लेकिन क्योंकि सामने वाले उम्मीदवार उन्हें हर तरह का लोभ और लालच देंगे. इसलिए ये ऐसा करेंगे.
दिल्ली मॉडल पर लोगों को धमका रहे: अशोक चांदना ने यह भी आरोप लगाया कि कोटा के उम्मीदवार दिल्ली की केंद्र सरकार का मॉडल अपना रहे हैं. लोगों को धमकाया जा रहा है और उसका उपयोग भरपूर कोटा में किया जा रहा है, ताकि चुनाव में फायदा लिया जा सके. जिस तरह से केंद्र सरकार ईडी-सीबीआई का उपयोग करती है. इस तरह से कोटा में भी लोगों को धमकाया जा रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि प्लॉट पर तुमने अतिक्रमण किया हुआ है या फिर तुम्हारा कार्य चल रहा है, जिसे रुकवा दिया जाएगा.
कार्यकर्ता का विश्वास टूटने पर दल की टूट जाती है कमर: प्रहलाद गुंजल ने कहा कि कार्यकर्ता को अगर विश्वास है कि उसका नेता उसके साथ है, तो वह जुनून से काम करता है. उसकी दीवानगी ही जीत का सेहरा प्रत्याशी के बंधवाती है, अगर कार्यकर्ता टूट जाता है तो दल की रीड की हड्डी भी टूट जाती है. भाजपा में रहते हुए भी मेरे संघर्ष को लोगों ने देखा है और उससे कांग्रेस के कार्यकर्ता ही नहीं पूरी जनता भी वाकिफ है. इसी तरह का संघर्ष में कांग्रेस में रहते हुए करेंगे.
सोशल मीडिया पर चल रहा है 'मीठी गोली' हैशटैग: प्रहलाद गुंजल ने कहा कि मुझे कांग्रेस से चुनाव लड़ने की अभी घोषणा नहीं हुई है. मुझे कैंडिडेट नहीं बनाया गया है, लेकिन मेरे कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद ही भाजपा प्रत्याशी का ब्लड प्रेशर असंतुलित हो गया है. जनता की वजह से जिनका बीपी डांवाडोल होता है, उन्हें डॉक्टर की गोली से भी इलाज नहीं मिलता है. सोशल मीडिया पर मीठी गोली हैशटैग चल रहा है.
एयरपोर्ट पर बिरला ने कहा था 2019 का चुनाव नहीं लडूंगा: गुंजल ने कहा कि ओम बिरला ने साल 2014 में लोकसभा के चुनाव के दौरान तलवंडी की सभा में कहा था कि अगर एयरपोर्ट नहीं बन पाया, तो 2019 में चुनाव नहीं लड़ेंगे. एयरपोर्ट नहीं बना, तो फिर बिरला एयरलाइंस चला देंगे, लेकिन 2019 में भी एयरपोर्ट नहीं बना था, तब भी उन्होंने चुनाव लड़ा. उन्हें अपने ही दिए हुए बयान की गंभीरता का अंदाजा नहीं है. राजनीति में कितनी दृढ़ता से निर्णय लेने होते हैं और अपने कहे पर क्या करना होता है, वहीं उन्हें नहीं पता है. अब 2023 का चुनाव भी वादा पूरा किए बिना ही लड़ रहे हैं.