अलीगढ़ : बदमाश सुंदर भाटी और उसके गिरोह के 11 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले जज पर हमले का प्रयास किया गया. इस मामले में थाना खैर में जज ने मुकदमा दर्ज कराया है. मामला 13 दिन पहले का है. नोएडा जाते समय बोलेरो सवार 5 हथियारबंद बदमाशों ने जज की कार को घेर लिया. पीछा कर कई बार उनकी कार को रुकवाने की कोशिश की. जज ने पुलिस चौकी के सामने कार रोक दी तो बदमाश फरार हो गए. जज ने गैंग पर शक जताया है. पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
फर्रुखाबाद में तैनात एडीजे विशेष जज ( ईसी एक्ट) डॉ. अनिल कुमार सिंह दीपावली से पहले 29 अक्टूबर की देर रात अपनी कार से नोएडा जा रहे थे. वह अलीगढ़-पलवल के रास्ते गुजर रहे थे. इस दौरान खैर इलाके के गौमत चौराहे के पास पहुंचने पर बोलेरो सवार 5 हथियारबंद बदमाशों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. कई बार जज की कार के आगे अपनी कार लगाकर उन्हें रुकवाने का प्रयास किया.
जज ने पुलिस को दी बोलेरों की तस्वीर : बदमाश अभद्र भाषा का भी प्रयोग कर रहे थे. इस दौरान जज ने सोफा पुलिस चौकी के सामने अपनी कार रोक दी. इसके बाद पीछा कर रहे बदमाश यू टर्न लेकर फरार हो गए. जज ने सोफा चौकी प्रभारी, एसएसपी और इंस्पेक्टर खैर को सूचना दी. जज ने पुलिस को मामले का शिकायती पत्र भी सौंपा है. इसमें नंबर बोलेरो की फोटो भी दी है. जज अनिल कुमार सिंह का कहना है कि बोलेरो सवार बदमाशों ने उन्हें आतंकित करने और मारने के इरादे से सब कुछ किया.
नोएडा में तैनाती के दौरान सुनाई थी सजा : नोएडा में तैनाती के दौरान जज डॉ. अनिल कुमार सिंह ने पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी सहित उसके 11 साथियों को 5 अप्रैल साल 2021 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. सपा नेता हरेंद्र नागर व उनके गनर की हत्या के मामले में यह सजा सुनाई गई थी. गिरोह के सदस्यों में रिशिपाल, सिंह राज, योगेश, विकास पंडित, कालू भाटी उर्फ कविन्द्र, दिनेश भाटी, अनूप भाटी, यतेंद्र चौधरी, सोनू बॉबी उर्फ शेर सिंह, सुरेंद्र पंडित थे.
सुंदर भाटी का अलीगढ़ में कोई आपराधिक इतिहास नहीं : जज अनिल कुमार सिंह को संदेह है कि सुंदर भाटी और उसके गिरोह के सदस्यों को सजा सुनाए जाने की वजह से उनका पीछा किया गया. एसपी को भेजे गए शिकायती पत्र के आधार पर शनिवार को मुकदमा दर्ज किया. एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि जज अनिल कुमार की कार को कुछ लोगों ने जबरन रुकवाने का प्रयास किया था. उस समय तहरीर नहीं दी गई थी. वहीं, तहरीर मिलने पर थाना खैर में मुकदमा दर्ज किया गया है. सुंदर भाटी का अलीगढ़ में कोई अपराध का इतिहास सामने नहीं आया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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