कोटा: देश में अधिकांश बच्चों का सपना आईआईटी व एनआईटी से इंजीनियरिंग करने का रहता है, लेकिन इनमें प्रवेश नहीं मिल पाने की स्थिति में कई सारे ऑप्शंस भी कैंडिडेट्स के पास रहते हैं. जिनमें प्रवेश लेने के बाद भी वे टॉप क्लास की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं. इन संस्थाओं से पास आउट ग्रैजुएट्स को भी अच्छे पैकेज पर बड़ी टेक कंपनियां हायर करती हैं.
इन संस्थानों में भी प्रवेश प्रक्रिया लगभग जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN 2024) के साथ ही शुरू हो गई है. जेईई मेन में कम रैंक आने पर भी इनमें प्रवेश लेकर कैंडिडेट इंजीनियरिंग कर सकते हैं. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि सरकारी और निजी इंजीनियरिंग संस्थान शामिल है, जिनमें इंस्टिट्यूट में बिट्स पिलानी, वीआईटी वैल्लूर, मणिपाल मैंगलुर, आईपीयू दिल्ली, अमृता चैन्नई, एसआरएम चैन्नई, जामिया दिल्ली, क्यूसेट केरला, एएमयू अलीगढ़, कॉमेडके कर्नाटक, यूपीईएस देहरादून, सीएमआई चैन्नई, एनमेट मुम्बई, आईएसआई कोलकाता, ट्रिपलआईटी हैदराबाद व एलपीयू से भी इंजीनियरिंग डिग्री हासिल कर सकते हैं.
ज्यादातर इंजीनियरिंग संस्थानों ने अपनी प्रवेश परीक्षा अप्रैल व मई माह में रखी है. हालांकि, एक्सपर्ट अमित आहूजा ने स्टूडेंट को सलाह दी है कि स्टूडेंट्स अभी आईआईटी या एनआईटी के अलावा इन अन्य संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन करने की जल्दबाजी नहीं करें, क्योंकि सभी संस्थानों में आवेदन की अंतिम तिथि काफी आगे है. अभी उनके पास आवेदन के लिए पर्याप्त समय भी है. इसके पहले कैंडिडेट जेईई मेन की परीक्षा दें और परिणाम के आकलन के अनुसार ही कॉलेज की चॉइस भरें. बाद में इन संस्थाओं की तरफ आवेदन करें.