बारां. प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद बारां जिले में कांग्रेस नेताओं पर मुकदमे दर्ज होने का सिलसिला थम नहीं रहा है, बीते 6 महीने से यह लगातार जारी है. अब एक बार फिर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया, नगर परिषद की सभापति ज्योति पारस सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा भी भारतीय जनता पार्टी के पार्षद शिवराज महावर ने बारां कोतवाली में दर्ज करवाया है.
पार्षद शिवराज महावर के द्वारा कोतवाली में दी गई एफआईआर में बताया की सभापति ज्योति पारस ने पति कैलाश पारस, विष्णु गर्ग, राहुल शर्मा ने प्रमोद भाया के पद का फायदा उठाते हुए अस्पताल रोड पर अग्रवाल धर्मशाला के पास पड़ी खाली भूमि का नाम मात्र शुल्क में पट्टा बनवाकर फर्जीवाड़ा किया है, जबकि वो जमीन करोड़ों रूपए की है. कोतवाली सीआई रामबिलास मीणा ने बताया की पार्षद शिवराज महावर के द्वारा पूर्व मंत्री प्रमोद भाया, सभापति ज्योति पारस समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दी गई है जिस पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच बृजेश सिंह उपनिरीक्षक के द्वारा की जा रही है.
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अब तक दर्ज हो चुके हैं आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे : इससे पहले भी करीब आधा दर्जन के आसपास मुकदमे मंत्री प्रमोद जैन भाया और उनके करीबियों पर दर्ज हो चुके हैं. इनमें अधिकांश मुकदमे धोखाधड़ी, अवैध खनन और जमीन गबन के मामले दर्ज किए गए हैं. जिन पर कार्रवाई के नाम पर सिफर ही रहा है, यहां तक की कांग्रेस के नेताओं से पूछताछ भी नहीं हुई है. इन्हीं मामलों को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने भी बीते दिनों मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार पर हमला बोला था. साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस को हिदायत दी थी कि इन झूठे दर्ज किए गए मामलों में कोई कार्रवाई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ होती है तो सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाएगा.
बता दें कि बारां जिले में चारों विधानसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी के विधायक जीतकर एमएलए बने हैं. यहां से पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष पानाचंद मेघवाल, पूर्व विधायक निर्मला सहरिया और करण सिंह चुनाव हार गए थे. करण सिंह को छोड़कर अन्य तीनों नेताओं के खिलाफ मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हुए हैं.