जयपुर : छोटी काशी में जहां सावन के महीने में शिवालियों में पहुंचकर लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर रहे हैं. वहीं, रामगंज क्षेत्र के महरों के रास्ते में दो शिवालय ऐसे भी थे, जिनकी छत कचरे से अटी हुई नजर आई. मंदिर के अंदर-बाहर अपशिष्ट मिले. हवा महल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इन मंदिरों की सफाई की और यहां पूजा-अर्चना की. साथ ही कहा कि अपरा काशी जयपुर के प्राचीन मंदिरों में बीते 5 साल के कुशासन के दौरान दुर्दशा हुई. मंदिरों के बाहर कचरा डाला जा रहा है. अंदर अपशिष्ट पड़े हैं. मंदिरों की छत कचरा डिपो सी नजर आती है. मंदिर की बगीची में रसोई लगा रखी है. मंदिर की दीवारों पर हलाल मीट के बैनर लगे हुए हैं.
बालमुकुंद आचार्य ने आरोप लगाया कि यहां किशनपोल विधायक अमीन कागजी और आदर्श नगर क्षेत्र में रफीक खान ने जानबूझकर मंदिरों पर इस तरह की गंदगी करवा रखी है, ताकि सनातनी पूजा ना कर सकें. मंदिरों पर कब्जे कराए हैं. उन्हीं की इजाजत से सारा काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां जबरन लोगों का पलायन कराया गया. अब वो यहां सुधार की नीयत से ही निकले हैं. चुनाव से पहले से करीब 150 से 200 मंदिर खोजे हैं, जहां मंदिरों को तोड़कर अतिक्रमण किया जा रहा है. इन अपराधियों को सजा हो. सरकार बनने के बाद अब ऐसे मंदिरों का चयन किया गया है और अब सरकार को इन सभी मंदिरों की नियमित पूजा अर्चना के लिए पत्र लिखेंगे.
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अब मंदिर में होगी नियमित पूजा : बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि फिलहाल दो मंदिर प्रत्यक्ष रूप से दिखाए गए हैं. ऐसे करीब 200 मंदिर हैं, जहां दुर्दशा हो रही है और इसके लिए सनातनियों को भी समझना होगा. बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि आज एक ही शरीर में शैतान और देवता दोनों निवास कर रहे हैं. अंदर का देवता कहता है शांति से रहकर अपने मंदिरों की सेवा करनी है और किसी के शरीर का दानव कहता है इन मंदिरों पर गंदगी करो और खंडित करो. उन्होंने कहा कि अब यहां पर नियमित पूजा सेवा होगी. पुलिस चौकी भी बनाई जाएगी और मंदिरों का जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा. मंदिरों में गंदगी के लिए निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी करवाई जाएगी.
स्थानीय निवासी अनीज ने बताया कि यहां गंदगी को लेकर पार्षद, विधायक सब को शिकायत की, लेकिन लोग मानते ही नहीं हैं. लोग दूर-दूर से कचरा ला करके यहां डाल देते हैं, वो खुद भी परेशान है. स्थानीय निवासी सलीम ने बताया कि क्षेत्र में दो प्रतिशत हिंदू समाज के लोग रहते हैं. पहले यहां अच्छी पूजा-अर्चना होती थी. अब लोग यहां आते नहीं हैं, इसलिए गंदगी अपने आप होने लगी है. अगर मंदिर के अंदर कोई अपशिष्ट मिले हैं, तो यह स्थानीय लोगों का काम नहीं है. इससे पहले विधायक बालमुकुंद आचार्य ने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि यहां सिर्फ पूजा ही नहीं करनी, बल्कि शिवालय को साफ रखने और सुरक्षा करने की जिम्मेदारी भी होनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर भी सवाल उठाते हुए निगम अधिकारियों को यहां आकर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए.