मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी में 144 करोड़ रुपए की मसूरी-यमुना पेयजल योजना के बाद भी मसूरीवासी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. जिससे लोगों में भारी आक्रोश है. मसूरी लंढौर बाजार क्षेत्र में पेयजल की समस्या काफी दिनों से चल रही है. जिसको लेकर गुरुवार को लंढौर वासियों द्वारा क्षेत्र के लाइनमैन को बंदी बनाकर विरोध किया गया. लाइनमैन को बंदी बनाने पर गढ़वाल जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अमित कुमार और सहायक अभियंता त्रिपेन सिंह रावत लंढौर बाजार पहुंचे. जहां उनको लंढौर वासियों का विरोध झेलना पड़ा.
मसूरी लंढौर बाजार के निवासियों ने बताया कि पिछले कई दिनों से लंढौर बाजार में पेयजल की भारी समस्या हो रही है. शिकायतों के बाद भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है. मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा 144 करोड़ रुपए की मसूरी यमुना पेयजल पंपिंग योजना को लाया गया था जिसके तहत मसूरी में पानी दिया जाना था. परंतु इस योजना का लाभ लंढौर क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि गढ़वाल जनसंस्थान के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि अगर मसूरी लंढौर बाजार की पेयजल की समस्या जल्द दूर नहीं होती तो गढ़वाल जल संस्थान के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी गढ़वाल जनसंस्थान की होगी.
वहीं, गढ़वाल जल संस्थान मसूरी के अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने कहा कि विभाग की पूरी कोशिश रहती है कि किसी को भी पेयजल की समस्या ना हो. कुछ दिनों से मसूरी यमुना पेयजल पंपिंग योजना के तहत मिलने वाला पानी उनको उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. वहीं गर्मी के कारण प्राकृतिक स्रोतों में भी पानी की कमी हुई है. जिस वजह से मसूरी में पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि लंढौर क्षेत्र में पानी की समस्या का जल्द निराकरण कर दिया जाएगा. मसूरी लंढौर क्षेत्र में सुबह और शाम को पानी की आपूर्ति की जाएगी.
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