चंपावत: काली नदी में आयोजित मत्स्य आखेट के दौरान राजस्थान से उत्तराखंड आए पर्यटक एंगुलर (मछली पकड़ने वाला) पर एंगलिंग (मछली पकड़ना) के नियमों को ताक पर रखकर काली नदी में एक भारी भरकम विलुप्तप्राय गोल्डन महाशीर मछली को मार डालने का आरोप लगा है. आरोप है कि एंगुलर ने मछली के साथ अमानवीय व्यवहार करने का वीडियो बनाया और वायरल भी किया. मामले पर मत्स्य विभाग ने एंगुलर का परमिट निरस्त कर दिया है.
चंपावत जिले के मत्स्य अधिकारी कुंवर सिंह बगड़वाल ने बताया कि महिला मंगल दल ने मामले की शिकायत करते आरोप लगाया कि एंगुलर ने चूका क्षेत्र से संरक्षित प्रजाति की महाशीर मछली के साथ अशोभनीय व्यवहार किया. साथ ही वीडियो बनाकर वायरल भी किया. दल ने एंगुलर के खिलाफ विधिक कार्रवाई की मांग की.
वहीं मत्स्य अधिकारी कुंवर सिंह बगड़वाल ने कहा कि उत्तराखंड मत्स्य अधिनियम 2003 में निहित प्रावधानानुसार परमिट धारक को एंगलिंग के मत्स्य आखेट की अनुमति प्रदान की जाती है. राजस्थान जयपुर के पर्यटक को एंगलिंग के लिए काली नदी के चूका क्षेत्र में 9 नवंबर को परमिट दिया गया था. लेकिन एंगुलर ने एंगलिंग के नियमों को तोड़ते हुए भारी भरकम विलुप्तप्राय गोल्डन महाशीर मछली को मार डाला. जबकि नियमों के तहत एंगुलर को मछली पकड़ने के बाद तुरंत छोड़ना पड़ता है.
महिला मंगल दल की शिकायत के बाद मत्स्य विभाग ने एंगुलर का परमिट निरस्त कर दिया है. फिलहाल पूरे मामले में वन विभाग आगे की कार्रवाई कर रहा है.
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