उत्तरकाशी: अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तरकाशी जिले के सभी 6 विकासखंडों की आंगनबाड़ी वर्कर्स का धरना जारी है. बुधवार को जिला मुख्यालय में बैठी आंगनबाड़ी वर्कर्स ने मांगें पूरी न होने पर जबरदस्त प्रदर्शन किया. इस दौरान कुछ आंगनबाड़ी वर्कर्स पेड़ पर चढ़ गईं. वे एक घंटे तक पेड़ पर बैठकर अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं. उन्होंने कहा कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन के लिए भी बध्या होंगी. जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.
बुधवार को धरना स्थल पर बैठी आंगनबाड़ी वर्कर्स अचानक कलेक्ट्रेट के सामने लगे पेड़ पर चढ़ गईं. कुछ देर बाद तहसीलदार पुलिस बल लेकर धरना स्थल पर पहुंचे. जहां उन्हें काफी देर तक समझाया गया. लेकिन वह करीब एक घंटे तक पेड़ पर बैठी रहीं. उसके बाद वह पेड़ से नीचे उतर गईं.
आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की अध्यक्ष विजय लक्ष्मी नौटियाल ने बताया कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर हर प्रशासनिक कार्यों में अपनी सेवाएं दे रही हैं. लेकिन उसके बावजूद भी उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों की हर सरकारी प्रक्रिया को पूरा करने में वह पूरा सहयोग करती हैं. लेकिन उसके बावजूद भी उनका मानदेय नहीं बढ़ाया गया है. इसलिए उन्होंने आंगनबाड़ी वर्कर्स को राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग उठाई है. इसके साथ ही उनका मानदेय प्रतिमाह 18 हजार रुपए किया जाए. जिससे महंगाई के दौर में उनके परिवार पर आर्थिक बोझ न पड़े.
आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की जिलाध्यक्ष विजय लक्ष्मी ने बताया कि वह बीते 23 दिनों से कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही हैं. लेकिन सरकार और प्रशासन उनकी मांगों की अनदेखी कर रहा है. 23 दिन में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उनकी सुध लेने धरना स्थल पर नहीं पहुंचा. जिस के बाद आज उन्होंने पेड़ पर चढ़ने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरा नहीं करती है तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगी.
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