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चिकित्सा विभाग और सीआईएफएफ के बीच एमओयू, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर होगा काम - MoU with CIFF

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 10, 2024, 5:05 PM IST

चिकित्सा विभाग और चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन के बीच एक एमओयू साइन किया गया है. इस एमओयू से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए फाउंडेशन की और से सहयोग मिलेगा.

चिकित्सा विभाग और सीआईएफएफ के बीच एमओयू
चिकित्सा विभाग और सीआईएफएफ के बीच एमओयू (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: चिकित्सा विभाग और चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन (सीआईएफएफ) के बीच शासन सचिवालय में मंगलवार को एक एमओयू पर साइन किया गया. एमओयू पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ एवं सीआईएफएफ की ओर से कार्यकारी निदेशक मंजुला सिंह ने हस्ताक्षर किए.

प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि एमओयू से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने में तकनीकी सहयोग प्राप्त होगा. इससे राज्य के परिवार नियोजन कार्यक्रम को भी मजबूत किया जा सकेगा. साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में सुगमता होगी. सीआईएफएफ के माध्यम से एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं के लिए बेहतर उपचार विकल्प तैयार किए जाएंगे.

इसे भी पढ़ें- बीकानेर में इस अभियान के जरिए मातृ मृत्यु व शिशु मृत्यु दर में लाई गई कमी - Reforms through campaigns

बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य पर फोकस : राठौड़ ने बताया कि इस पांच वर्षीय एमओयू के तहत महिलाओं और बच्चों के जीवन स्तर में सुधार पर फोकस किया जाएगा. एमओयू के तहत सीआईएफएफ की ओर से विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से वित्तीय एवं तकनीकी सहायता के साथ ही महिलाओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधारात्मक गतिविधियों के लिए सहयोग प्रदान किया जाएगा. सीआईएफएफ के संस्थापक क्रिस हॉन ने कहा कि एकीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलने से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की स्थितियां बेहतर होंगी. राजस्थान सरकार के साथ सीआईएफएफ की लंबी साझेदारी रही है. उनका फाउंडेशन बच्चों के लिए एक स्वस्थ, भेदभाव मुक्त और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.

जयपुर: चिकित्सा विभाग और चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन (सीआईएफएफ) के बीच शासन सचिवालय में मंगलवार को एक एमओयू पर साइन किया गया. एमओयू पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ एवं सीआईएफएफ की ओर से कार्यकारी निदेशक मंजुला सिंह ने हस्ताक्षर किए.

प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि एमओयू से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने में तकनीकी सहयोग प्राप्त होगा. इससे राज्य के परिवार नियोजन कार्यक्रम को भी मजबूत किया जा सकेगा. साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में सुगमता होगी. सीआईएफएफ के माध्यम से एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं के लिए बेहतर उपचार विकल्प तैयार किए जाएंगे.

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बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य पर फोकस : राठौड़ ने बताया कि इस पांच वर्षीय एमओयू के तहत महिलाओं और बच्चों के जीवन स्तर में सुधार पर फोकस किया जाएगा. एमओयू के तहत सीआईएफएफ की ओर से विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से वित्तीय एवं तकनीकी सहायता के साथ ही महिलाओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधारात्मक गतिविधियों के लिए सहयोग प्रदान किया जाएगा. सीआईएफएफ के संस्थापक क्रिस हॉन ने कहा कि एकीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलने से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की स्थितियां बेहतर होंगी. राजस्थान सरकार के साथ सीआईएफएफ की लंबी साझेदारी रही है. उनका फाउंडेशन बच्चों के लिए एक स्वस्थ, भेदभाव मुक्त और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.

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