ETV Bharat / state

'अब पशुपति पारस से समझौता नहीं', अमित शाह का बड़ा बयान, कहा- 'पूरा परिवार साथ रहता तो..' - Amit Shah

Amit Shah : जो पशुपति पारस एलजेपी को तोड़कर केन्द्रीय मंत्री बने थे, अब उनके लिए एनडीए में कोई स्थान नहीं है. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ-साफ कहा कि अब समझौते की गुंजाइश नहीं रह गई है. पढ़ें पूरी खबर.

Amit Shah Etv Bharat
Amit Shah Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 20, 2024, 10:35 PM IST

पटना : कहते हैं वक्त जब बुरा हो तो हर कोई साथ छोड़ देता है. कुछ ऐसा ही हाल फिलहाल आरएलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस के साथ हो रहा है. 2021 का वो दौर था जब एलजेपी के पांच सांसद उनके साथ खड़े थे. अब ये दौर है, जब एक भी कोई साथ नहीं दिख रहा. ऐसे में जब अपने साथ छोड़ गए तो दूसरे पर क्या भरोसा.

चारो सांसदों ने छोड़ा पशुपति पारस का साथ : मंगलवार को जब पशुपति पारस केन्द्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिए और संवाददाताओं को संबोधित करने पहुंचे तो उनके साथ कोई भी सांसद मौजूद नहीं था. प्रिंस राज से लेकर चंदन सिंह तक पास में दिखाई नहीं पड़े. वीणा देवी और महबूब अली कैसर तो पहले ही साथ छोड़ चुके थे. ऐसे में पारस अलग-थलग दिखाई पड़ने लगे हैं.

अब समझौते की गुंजाइश नहीं- अमित शाह : पशुपति पारस अब क्या करेंगे यह भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, क्योंकि महागठबंधन से भी उनके लिए हरी झंडी नहीं मिली है. एनडीए ने तो पहले ही किनारा कर लिया है. केन्द्रीय गृह मंत्री व बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने तो यहां तक कह दिया है कि, ''अब समझौते की गुंजाइश कम रह गई है. लगभग नहीं समझिए. अच्छा था पूरा परिवार साथ रहता.''

'कहीं टूट ना जाएं पशुपति पारस' : कुल मिलाकर पशुपति पारस के लिए एनडीए का दरवाजा पूरी तरह से बंद हो चुका है. अब हाजीपुर से ताल ठोकने की बात करने वाले पशुपति पारस क्या करते हैं इसपर निगाह टिकी हुई है. कहीं ऐसा ना हो जाए कि तीन साल पहले एलजेपी को दो भागो में तोड़ने वाले चाचा पशुपति पारस 2024 के लोकसभा चुनाव में कहीं राजनीतिक रूप से खुद ना टूट जाएं.

पटना : कहते हैं वक्त जब बुरा हो तो हर कोई साथ छोड़ देता है. कुछ ऐसा ही हाल फिलहाल आरएलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस के साथ हो रहा है. 2021 का वो दौर था जब एलजेपी के पांच सांसद उनके साथ खड़े थे. अब ये दौर है, जब एक भी कोई साथ नहीं दिख रहा. ऐसे में जब अपने साथ छोड़ गए तो दूसरे पर क्या भरोसा.

चारो सांसदों ने छोड़ा पशुपति पारस का साथ : मंगलवार को जब पशुपति पारस केन्द्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिए और संवाददाताओं को संबोधित करने पहुंचे तो उनके साथ कोई भी सांसद मौजूद नहीं था. प्रिंस राज से लेकर चंदन सिंह तक पास में दिखाई नहीं पड़े. वीणा देवी और महबूब अली कैसर तो पहले ही साथ छोड़ चुके थे. ऐसे में पारस अलग-थलग दिखाई पड़ने लगे हैं.

अब समझौते की गुंजाइश नहीं- अमित शाह : पशुपति पारस अब क्या करेंगे यह भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, क्योंकि महागठबंधन से भी उनके लिए हरी झंडी नहीं मिली है. एनडीए ने तो पहले ही किनारा कर लिया है. केन्द्रीय गृह मंत्री व बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने तो यहां तक कह दिया है कि, ''अब समझौते की गुंजाइश कम रह गई है. लगभग नहीं समझिए. अच्छा था पूरा परिवार साथ रहता.''

'कहीं टूट ना जाएं पशुपति पारस' : कुल मिलाकर पशुपति पारस के लिए एनडीए का दरवाजा पूरी तरह से बंद हो चुका है. अब हाजीपुर से ताल ठोकने की बात करने वाले पशुपति पारस क्या करते हैं इसपर निगाह टिकी हुई है. कहीं ऐसा ना हो जाए कि तीन साल पहले एलजेपी को दो भागो में तोड़ने वाले चाचा पशुपति पारस 2024 के लोकसभा चुनाव में कहीं राजनीतिक रूप से खुद ना टूट जाएं.

ये भी पढ़ें :-

'हमारे साथ नाइंसाफी हुई है', RLJP अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा

तेजप्रताप ने दिया पारस को महागठबंधन में आने का ऑफर, कहा- 'हम तो सबसे पहले WELCOME करेंगे उनका'

चिराग पासवान ने अपनी पार्टी तोड़ने का चाचा पशुपति पारस से लिया बदला, जानें पूरी कहानी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.