वाराणसी: काशी की संस्कृति और कला का प्रेमी हर कोई है. काशी की धरोहर को संजोने और प्रचार-प्रसार करने का काम न सिर्फ केंद्र और राज्य की सरकार कर रही है, बल्कि काशीवासी भी इसमें पीछे नहीं है. इसी कड़ी में एक नाम जुड़ा है, काशी की बेटी आकांक्षा सिंह का. आकांक्षा ने टाई पर काशी के घाटों की श्रृंखला और गंगा को उकेरा है.
आकांक्षा सिंह वाराणसी की ही रहने वाली हैं. इंटरनेशनल डिजाइनर आकांक्षा ने एक अनोखा प्रयोग करते हुए टाई पर डिजाइन तैयार की है. आकांक्षा ने इसके पहले ओलिंपिक के समय पर उत्तर प्रदेश से ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के लिए स्पेशल टाई बनाई थी, जिसकी खिलाड़ियों ने सराहना की थी.
बनारसी सिल्क से बनाई गई है टाई: आकांक्षा सिंह कहती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब से काशी के सांसद बने हैं काशी में पर्यटन काफी तेजी से बढ़ा है. काशी धर्म की नगरी और पर्यटन का हब है. ऐसे में यहां के बारे में लोग जानना चाहते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने बनारसी सिल्क से टाई बनाई है. इस टाई पर काशी के घाटों का चित्रण किया गया है. साथ ही गंगा नदी का भी चित्रण किया गया है.
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टूरिस्ट गाइड के लिए बनाई टाई: उन्होंने बताया कि काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस टाई का निर्माण किया जा रहा है. काशी के पर्यटन स्थलों के बारे में लोगों को पहचान कराई जाएगी. पर्यटन स्थलों पर सरकारी टूरिस्ट गाइड पर्यटकों को यहां की ऐतिहासिक चीजों से रुबरू करवाते हैं. उनके लिए यह टाई तैयार की जा रही है, जिससे पर्यटकों को काशी की झलक देखने को मिलेगी.
एक टाई के बनने में लगे 50 घंटे: आकांक्षा सिंह ने बताया कि मैंने पेरिस ओलंपिक के समय 06 टाई बनाई थी. इनको प्रदेश की ओर से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों ने पहना था. वहां से वापस लौटकर खिलाड़ियों ने टाई की सराहना भी की थी. इसके बाद हमने काशी के बारे में चित्रण करने का प्लान किया. 35 डिजाइन में से हमने 03 डिजाइन चुनी, जिन्हें टाई पर हाथ से बनाया गया. टाई हाथ से सिली गई और पेंटिंग प्राकृतिक रंगों से की गई है. एक टाई के बनने में करीब 50 घंटे लगे हैं.