कोडरमा: देश का सबसे बड़ा और राज्य का एकमात्र सैनिक स्कूल तिलैया ने आज अपना 61वां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर स्कूल की स्थापना से लेकर अब तक के कैडेट्स ने भाग लिया और इस पल के साक्षी बने. कोडरमा स्थित सैनिक स्कूल तिलैया ने आज 61 वर्ष पूरे कर लिए हैं. इन 61 वर्षों में इस सैनिक स्कूल ने देश की रक्षा के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में अनगिनत कैडेट्स को तराशने का काम किया है.
स्कूल के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व कैडेट्स ने स्कूल में बिताए पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि इस स्कूल में सीखी गई हर बात जीवन के हर क्षेत्र में काम आती है. भारत-चीन युद्ध के बाद देश में सैनिक स्कूल की अवधारणा तैयार हुई और आज ही के दिन 1963 में कोडरमा के तिलैया डैम में सैनिक स्कूल तिलैया की स्थापना की गई. आज यह सैनिक स्कूल अपने 61 साल के गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए अग्रे सत सदा फॉरवार्ड फॉर एवर को साकार कर रहा है.
इन 61 वर्षों में स्कूल के बुनियादी ढांचे में बदलाव जरूर आया है, लेकिन आज भी यह स्कूल राष्ट्रीय रक्षा के क्षेत्र में कैडेट्स तैयार कर अग्रणी भूमिका निभा रहा है. स्कूल के प्रथम बैच के छात्र रहे डीडी लहरी ने कहा कि कई वर्षों के बाद आज इस स्कूल में आकर पुरानी यादें ताजा हो गई हैं. आज पढ़ाई के तरीके में बदलाव आया है और व्यावसायिक शिक्षा पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है.
स्थापना दिवस के अवसर पर स्कूल टीम के कप्तान और उत्कृष्ट कार्य करने वाले कई शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत-संगीत प्रस्तुत किया. देश का सबसे बड़ा सैनिक स्कूल होने के साथ-साथ हर साल स्कूल से सबसे ज्यादा कैडेट्स एनडीए के लिए चयनित होते हैं. इसके अलावा इस स्कूल के कैडेट्स सिविल सर्विसेज और बिजनेस जगत में भी पूरे देश में अपना परचम लहरा रहे हैं और यह सिलसिला अनवरत जारी है.
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