अयोध्या: धर्मनगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के साथ ही राम जन्मभूमि परिसर में 18 अन्य मंदिरों का भी निर्माण किया जा रहा है. 2025 तक सभी मंदिर बनकर तैयार हो जाएंगे. मंदिर में प्रथम तल निर्माण के बाद द्वितीय तल और शिखर के निर्माण का कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस साथ ही राम जन्मभूमि परिसर में सप्त मंडपम का भी निर्माण कराया जा रहा है. जिसका कार्य करीब 80 फीसदी तक पूरा हो गया है. निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर जारी है. जिसकी कई तस्वीर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी किया गया है.
दरअसल राम मंदिर परिसर में आने वाली श्रद्धालु कम से कम 1 घंटे से अधिक समय दर्शन पूजन और धार्मिक गतिविधियों में पूरा कर सके जिसको लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट परिसर में राम मंदिर के दक्षिण दिशा में सप्त मंडपम का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें महर्षि विश्वामित्र, महर्षि बाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज, अहिल्या देवी मंदिर का निर्माण हो रहा है. ये सभी मंदिर एक दूसरे से मात्र चंद कदमों की दूरी पर होगा. जिससे राम मंदिर परिसर में दर्शन करने वाले श्रद्धालु आसानी से सभी मंदिरों तक पहुंच सके. इसके साथ ही दक्षिण और पश्चिम दिशा के बीच भगवान लक्ष्मण के शेषावतार मंदिर का भी निर्माण कराया जा रहा है. दिसंबर तक इन सभी कार्यों के पूरा होने के बाद मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना की जाएगी.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा के मुताबिक, राम मंदिर परिसर में जो निर्माण कार्य चल रहा है. वह संतोषजनक है. जिसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा. इसके साथ ही परिसर में अन्य देवी देवताओं और ऋषियों के मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है और आने वाले कुछ महीनों में पूरा परिसर भव्य स्वरूप दिखाई देने लगेगा. जिसके बाद रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु सभी मंदिरों में दर्शन पूजन भी कर सकेंगे.
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