अयोध्या: राम मंदिर के शिखर निर्माण का 40 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है. जनवरी 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके साथ ही मंदिर के परकोटा में निर्माणाधीन पंचायतन मंदिरों के शिखर का भी निर्णय किया जा रहा है. इसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की प्रतिमा को स्थापित करने के साथ ही इन मंदिरों में भी देवी देवताओं को भी स्थापित कर दिया जाएगा. इसे लेकर तेजी से तैयारी की जा रही है.
70 एकड़ के परिसर में संपूर्ण निर्माण कार्य, अगले एक वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा. राम मंदिर में भूतल, प्रथम तल और द्वितीय तल के बाद शिखर का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ मंदिर की भव्यता और सुरक्षा को लेकर बन रहे 800 मीटर की परिधि में परकोटा का निर्माण किया जा रहा है.
इसमें भगवान गणेश, शंकर जी, हनुमान जी, सूर्य देवता, माता भगवती और अन्नपूर्णा देवी के मंदिर का भवन बनकर तैयार हो गया है. जिस पर अब शिखर का निर्माण किया जा रहा है. इसे दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके साथ ही इन मंदिरों में स्थापित होने वाले, देवी देवताओं की मूर्तियों का निर्माण भी जयपुर में किया जा रहा है.
मूर्तिकार सत्य नारायण पाण्डेय ने बताया कि परकोटा में लगने वाले मूर्तियों का निर्माण दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके साथ परिसर में बन रहे अन्य मंदिरों के लिए भी मूर्तियों को तैयार करने की जिम्मेदारी मिली है.
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया, मंदिर के शिखर निर्माण के साथ, परकोटा के निर्माण का कार्य चल रहा है, और परकोटा में बन रहे मंदिरों के भूतल का कार्य पूरा कर लिया गया है. अब उसके शिखर का कार्य किया जा रहा है. निश्चित ही यह कार्य दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
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