ETV Bharat / state

चारबाग रेलवे स्टेशन; चार पहिया वाहन का शुल्क 20 रुपये, 100 रुपये वसूलने का आरोप - RAILWAY NEWS

पीड़ित ने अधिकारियों के साथ ही रेल मंत्रालय से भी की शिकायत.

चारबाग रेलवे स्टेशन
चारबाग रेलवे स्टेशन (Photo credit: ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 31, 2024, 9:11 PM IST

लखनऊ : चारबाग रेलवे स्टेशन पर पार्किंग विवाद और शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब एक नया विवाद सामने आया है. आरोप है कि पार्किंग कर्मचारी जो रसीद दे रहे हैं, उस पर रेट प्रिंट ही नहीं है. इतना ही नहीं एक यात्री से 20 की जगह 100 रुपये वसूल लिए गए. आरोप है कि विरोध करने पर उसके साथ अभद्रता की गई. मामले को लेकर पीड़ित ने उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों के साथ ही रेल मंत्रालय से भी शिकायत की है.




शिकायत के मुताबिक, आशुतोष तेजपाल नाम का शख्स सोमवार रात करीब 10:29 बजे चारबाग से अपने परिजन को रिसीव करने गया था. चारबाग में प्रवेश के समय उनको रसीद दी गई. रसीद पर उनकी कार का नंबर दर्ज हुआ था. आरोप है कि जब वह बाहर आने लगे तो कर्मचारी ने उनसे 100 रुपये मांगे. आरोप है कि बदले में नई रसीद देने के एंट्री स्लीप पर ही पेड की मुहर लगा दी. बाहर आते समय उनकी नजर पार्किंग रेट लिस्ट पर गई तो उसमें 20 रुपये दर लिखी हुई थी.

शिकायत के मुताबिक, उनका आरोप है कि गाड़ी रोककर जब वह वापस अतिरिक्त लिए गए पैसों को मांगने लगे तो कर्मचारियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया. इतने में वहां लंबा जाम भी लग गया. आखिरकार मजबूरी में वह 100 रुपये देकर वापस चले आये. उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की है कि इस तरह के अन्य लोगों से भी विवाद हुए हैं. अगर 100 या 20 रुपये शुल्क है तो इसको रसीद पर मेंशन क्यों नहीं किया जा रहा है? आखिर यात्रियों को रसीद अधूरी क्यों दी जा रही है? फिलहाल इस मामले पर रेल अधिकारियों का कहना है कि पार्किंग ठेकेदार की कई शिकायतें आ चुकी हैं. गंभीरता से मामले की जांच कराई जाएगी. सही पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा.

बता दें कि इससे पहले भी सैकड़ों की संख्या में एक माह से भी कम समय में शिकायतें रेलवे अधिकारियों को शिकायतें मिल चुकी हैं. हाल ही में एक महिला प्रोफेसर के साथ भी अभद्रता का मामला सामने आया था. जिसकी शिकायत डीआरएम से की गई थी. इस मामले पर रेल अधिकारियों ने ठेकेदार को तलब कर पूछताछ भी की थी. वहीं स्टेशन, मंडल कार्यालय व सोशल मीडिया में पार्किंग को लेकर 232 के आसपास शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं.




उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी का कहना है कि रेलवे स्टेशन पर पार्किंग को लेकर ठेकेदार और यात्रियों के बीच विवाद की शिकायतें मिल रही हैं. ठेकेदार को हिदायत दी गई है कि अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लें. अब शिकायत आएगी तो कड़ी कार्रवाई होगी.

यह भी पढ़ें : चारबाग पार्किंग विवाद पर विराम लगाने के लिए जांच टीम गठित, उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे के अफसर करेंगे जांच - LUCKNOW NEWS

लखनऊ : चारबाग रेलवे स्टेशन पर पार्किंग विवाद और शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब एक नया विवाद सामने आया है. आरोप है कि पार्किंग कर्मचारी जो रसीद दे रहे हैं, उस पर रेट प्रिंट ही नहीं है. इतना ही नहीं एक यात्री से 20 की जगह 100 रुपये वसूल लिए गए. आरोप है कि विरोध करने पर उसके साथ अभद्रता की गई. मामले को लेकर पीड़ित ने उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों के साथ ही रेल मंत्रालय से भी शिकायत की है.




शिकायत के मुताबिक, आशुतोष तेजपाल नाम का शख्स सोमवार रात करीब 10:29 बजे चारबाग से अपने परिजन को रिसीव करने गया था. चारबाग में प्रवेश के समय उनको रसीद दी गई. रसीद पर उनकी कार का नंबर दर्ज हुआ था. आरोप है कि जब वह बाहर आने लगे तो कर्मचारी ने उनसे 100 रुपये मांगे. आरोप है कि बदले में नई रसीद देने के एंट्री स्लीप पर ही पेड की मुहर लगा दी. बाहर आते समय उनकी नजर पार्किंग रेट लिस्ट पर गई तो उसमें 20 रुपये दर लिखी हुई थी.

शिकायत के मुताबिक, उनका आरोप है कि गाड़ी रोककर जब वह वापस अतिरिक्त लिए गए पैसों को मांगने लगे तो कर्मचारियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया. इतने में वहां लंबा जाम भी लग गया. आखिरकार मजबूरी में वह 100 रुपये देकर वापस चले आये. उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की है कि इस तरह के अन्य लोगों से भी विवाद हुए हैं. अगर 100 या 20 रुपये शुल्क है तो इसको रसीद पर मेंशन क्यों नहीं किया जा रहा है? आखिर यात्रियों को रसीद अधूरी क्यों दी जा रही है? फिलहाल इस मामले पर रेल अधिकारियों का कहना है कि पार्किंग ठेकेदार की कई शिकायतें आ चुकी हैं. गंभीरता से मामले की जांच कराई जाएगी. सही पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा.

बता दें कि इससे पहले भी सैकड़ों की संख्या में एक माह से भी कम समय में शिकायतें रेलवे अधिकारियों को शिकायतें मिल चुकी हैं. हाल ही में एक महिला प्रोफेसर के साथ भी अभद्रता का मामला सामने आया था. जिसकी शिकायत डीआरएम से की गई थी. इस मामले पर रेल अधिकारियों ने ठेकेदार को तलब कर पूछताछ भी की थी. वहीं स्टेशन, मंडल कार्यालय व सोशल मीडिया में पार्किंग को लेकर 232 के आसपास शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं.




उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी का कहना है कि रेलवे स्टेशन पर पार्किंग को लेकर ठेकेदार और यात्रियों के बीच विवाद की शिकायतें मिल रही हैं. ठेकेदार को हिदायत दी गई है कि अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लें. अब शिकायत आएगी तो कड़ी कार्रवाई होगी.

यह भी पढ़ें : चारबाग पार्किंग विवाद पर विराम लगाने के लिए जांच टीम गठित, उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे के अफसर करेंगे जांच - LUCKNOW NEWS

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.