रायपुर: धान खरीदने के लिए धान तिहार का मौसम छत्तीसगढ़ में आ गया है. विष्णुदेव साय सरकार की तरफ से इस बार धान खरीदी 15 नवंबर 2024 से शुरू करने की तैयारी की है. अभी यह तारीख पूरी तरह फाइनल नहीं की गई है. साय कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला होगा कि धान खरीदी और धान तिहार की फाइनल डेट क्या होगी. अभी सब यही मान के चल रहे हैं कि धान खरीदी 15 नवंबर से हो सकती है.
दिवाली और राज्य स्थापना दिवस को लेकर फैसला: धान खरीदी को लेकर मंत्रि मंडलीय उप समिति की बैठक 30 सितंबर को रायपुर में हुई. इस मीटिंग में यह चर्चा की गई कि दीपावली का पर्व इस साल 31 अक्टूबर को है. राज्य के किसान पर्व को लेकर तैयारी में व्यस्त रहेंगे. उसके बाद छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस समारोह की बेला आ जाएगी. ऐसे में धान खरीदी को लेकर प्रशासनिक इंतजाम पर असर पड़ सकता है. इसे देखते हुए इस बार धान की खरीदी को 15 नवंबर से कराए जाने पर चर्चा की गई है.
कैसे होगी बारदाना की खरीदी ?: धान खरीदी को लेकर सबसे ज्यादा जरूरी बारदाने का इंतजाम होता है. बारदाना यानि की जूट की बनी हुई बोरियां. इन्हीं बोरियों में धान को रखा जाता है. धान तिहार के लिए इस बार बारदाना की खरीदी जूट कमिश्नर और जेम के जरिए किया जाएगा. इसका फैसला भी खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के नेतृत्व में हुई मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक में हुआ है. जिससे किसानों को बारदाना समय पर मिल सके.
ज्यादा टारगेट, ज्यादा इनकम: धान तिहार को लेकर किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. ज्यादा धान खरीदी का टारगेट होने से छत्तीसगढ़ के किसानों की बंपर कमाई होगी. पिछले साल 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी. इस साल 16 लाख मीट्रिक टन का आंकड़ा बढ़ाया गया है. कुल 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का फैसला किया गया है. इससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगर इतने धान को परचेज किया गया तो किसानों की आय में इजाफा होगा.
साय सरकार से किसानों को बोनस की उम्मीदें: धान तिहार को लेकर किसानों को साय सरकार से काफी उम्मीदें हैं. हर साल प्रदेश में सुशासन दिवस मनाया जाता है. बीते सुशासन दिवस पर साय सरकार ने किसानों को बंपर सौगात दी थी. अन्नादाताओं को दो साल का बोनस मिला था. इसलिए इस बार भी किसानों को सुशासन दिवस को लेकर उम्मीदें जगी है. छत्तीसगढ़ के 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल के बोनस के तहत 3700 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मिली थी. इस बार भी किसानों को यह उम्मीद कायम है.