प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी से हो रही है. इसी को लेकर रविवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज की बैठक हुई. बैठक में एडीजी जोन, भानु भास्कर, एसएसपी कुंभ राजेश द्विवेदी, एसपी अखाड़ा अवनीश मिश्रा, सीओ अखाड़ा अजय प्रताप सिंह, सीओ अखाडा अतुल कुमार पाण्डेय और सीओ अखाडा दिनेश दत्त से वार्ता करते हुए संपूर्ण मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्थाओं को और चाकचौबंद करने के लिए कहा.
बैठक में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी को आश्वासन दिया कि किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी. इसी दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास मेले को दिव्या और भव्यता के साथ संपन्न करने का है. जब से खालिस्तानी वाली बात सामने आई है, तब से सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाकचौबंद कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि 13 अखाड़े के पास सबसे बड़ी फौज सनातन धर्म के नागा संन्यासियों की है, जो सनातन की रक्षा के लिए काम करते हैं, जो हमसे टकराएगा वह चूर-चूर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारे 13 अखाड़े में बड़े-बड़े संत मौजूद हैं. जब भी मां गंगा अपने उफान पर आती है, तो सब कुछ इसमें समा लेती है और मौलाना कहते हैं कि यह भूमि उनकी है. अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि मौलाना जी का दिमाग सही तरह से काम नहीं कर रहा है वह अपनी राजनीति कर रहे हैं और अपने आप कों चमकाने के साथ मुस्लिम समाज के नेता बनना चाहते हैं.
हम उनसे कहते हैं कि वो राजनीति न करें. हम साधु संत हैं हम तपस्या के लिए आए हैं. हम तपोनिष्ट और धर्मनिष्ट हैं. इसके लिए हम उनसे कहना चाहते हैं कि हमसे राजनीति न करें और कोई काम ऐसा ना करें, जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो और माहौल खराब हो. ऐसा कोई प्रयास न करें. ऐसा करने से कहीं ऐसा ना हो की कुंभ स्नान की जगह कोई दूसरा कुंभ हो जाए, क्योंकि संत शास्त्र और शस्त्र दोनों का ज्ञान भली-भांति जानते हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले एक मौलाना ने कुंभ क्षेत्र को वक्फ की जमीन बता दिया था.
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