रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान पिछले दो दिनों से जारी गतिरोध और भारतीय जनता पार्टी के 18 विधायकों को निलंबित के फैसले पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने प्रतिक्रिया दी. आजसू प्रमुख ने कहा कि जब जनता से किये वादे को लेकर विपक्षी विधायक सरकार का जवाब चाहेंगे तो इस तरह का गतिरोध स्वाभाविक है. राज्य सरकार अपना कमिटमेंट पूरा नहीं किया है. नियुक्ति का मामला हो या समान काम के बदले समान वेतन की बात हो, हर मोर्चे पर उम्मीदें पूरी नहीं हुई. ऐसे में विपक्ष सरकार का जवाब चाहता है तो इसमें गलत क्या है
'गतिरोध समाप्त कराना स्पीकर का काम'
आजसू सुप्रीमो और विधायक सुदेश महतो ने कहा कि उन्होंने स्पीकर से कल से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने का आग्रह किया है. सुदेश महतो ने कहा कि गतिरोध समाप्त करना स्पीकर का काम हैं. लेकिन अगर विधायकों के निलंबन जैसा कठोर एक्शन लेना था तो उससे पहले बातें कार्य मंत्रणा समिति के समक्ष आना चाहिए था. कार्य मंत्रणा समिति इसी के लिए होता है.
'सरकार को स्पीकर का संरक्षण मिलेगा तो सत्ता बेलगाम हो जाएगी'
आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि हर बात पर स्पीकर का इस तरह सरकार को संरक्षण देना ठीक नहीं है. अगर इसी तरह उन्हें संरक्षण मिलता रहेगा तो सत्ता बेलगाम हो जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से अंतिम दिन जवाब की बात कही जा रही है लेकिन उस जवाब के बाद क्या होगा. सुदेश महतो ने कहा कि अगर सरकार जवाब नहीं देती तो अपने किये वादों को कितना पूरा किया, इसपर सरकार श्वेत पत्र जारी कर दे.
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