अजमेर. सेंट्रल अफ्रीका में अजमेर के एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. परिजनों ने युवक की हत्या की आशंका जताई है. युवक का शव भारत आने के बाद उसे एम्बुलेंस से अजमेर लाया गया. परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाना चाहते हैं, लिहाजा क्रिश्चियन गंज थाने में प्रार्थना पत्र भी दिया गया है, लेकिन सुनवाई नहीं होने पर परिजन शव को लेकर पहले एसपी और उसके बाद कलेक्टर के निवास के बाहर लेकर भटकते रहे. आखिरकार कलेक्टर के निर्देश पर युवक के शव को देर रात जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.
मृतक के भाई हर्ष फतनानी ने बताया कि उसका भाई नरेश फतनानी सेंट्रल अफ्रीका में एक कंपनी के लिए काम करता था. 23 दिसंबर 2023 को नरेश अजमेर से सेंट्रल अफ्रीका गया था. परिजनों का आरोप है कि ट्रेवल्स कंपनी के मालिक उसे एक माह से प्रताड़ित कर रहे थे. नरेश फतनानी वापस अजमेर आना चाहता था. मृतक नरेश के भाई हर्ष फ़तनानी का यह भी आरोप है कि कंपनी के मालिक और मैनेजर ने उसका पासपोर्ट भी छीन लिया था. हर्ष ने बताया कि नरेश ने फोन पर बताया था कि कंपनी के मालिक और मैनेजर उसे टॉर्चर कर रहे थे. मैनेजर ने उन्हें फोन कर बताया कि नरेश फ़तनानी छठी मंजिल से कूद गया है.
छठी मंजिल से कूदने के बाद कोई बचता है क्या : हर्ष ने आरोप लगाया कि मैनेजर के साले और अन्य लोगों ने मारपीट की है जिससे उसकी मौत हुई है. हर्ष ने बताया कि मैनेजर की प्रताड़ना से परेशान होकर तीन माह पहले से नरेश वापस अजमेर आना चाहता था. आरोप है कि 5 जुलाई को मैनेजर ने उसका पासपोर्ट छीन लिया. 12 जुलाई को नरेश के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई. मैनेजर उस वक्त भारत में था. उसने अपने साले को नरेश के पास भेजा था. 17 जुलाई को नरेश को वहां अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 17 दिन तक उसका इलाज अस्पताल में चला है. उसके बाद उसकी मौत हो गई.
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आरोपियों का वकील बना रहा दबाव : हर्ष फ़तनानी का यह भी आरोप है कि ट्रैवल कंपनी के मालिक उसका मैनेजर और एक वकील परिजनों पर पैसे लेकर मामले को रफा दफा करने का दबाव बना रहे हैं. शव को भारत भिजवाने से पहले परिजनों से षडयंत्र पूर्वक कागजों पर साइन करवाए और उन्हें कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए हिदायत दी गई. परिजनों का आरोप है कि नरेश फ़तनानी की हत्या की गई है और वह नरेश फ़तनानी की मौत का इंसाफ चाहते हैं.
रात को शव लेकर भटकते रहे परिजन : अजमेर में एम्बुलेंस से शव पंहुचने पर परिजन ने पहले क्रिश्चियन गंज थाने को सूचित किया और प्रार्थना पत्र देकर शो का पोस्टमार्टम करवाने की मांग की. एंबुलेंस में शव लेकर परिजन एसपी देवेंद्र बिश्नोई के सरकारी आवास के बाहर पहुंच गए, लेकिन यहां भी उनकी मांग को अनसुना कर दिया गया. इसके बाद परिजन नरेश के शव को लेकर जिला कलेक्टर भारती दीक्षित के सरकारी आवास के बाहर पहुंचे. मामले की सूचना मिलते ही कलेक्टर ने परिजनों को बंगले में बुलाया और उनसे प्रकरण के संबंध में बातचीत की. कलेक्टर के निर्देश पर शव को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. नरेश की बड़ी भाभी मोना फ़तनानी ने बताया कि नरेश सेंट्रल अफ्रीका में काम करने के लिए गया था. जहां उसके साथ कंपनी के मालिक और मैनेजर ने मारपीट कर उसकी जान ले ली. आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.